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हाइलाइट्स

  • प्रधानमंत्री मोदी के जन्मदिन पर देशभर में मनाया गया मेगा वैक्सीनेशन अभियान
  • शाम 5 बजे तक 2 करोड़ से ज्यादा लोगों को कोविड वैक्सीन की डोज लगी है
  • गड़बड़ियों की भी आईं शिकायतें, बिना वैक्सीन लगे लोगों को आ गए मैसेज
  • बिहार, MP से लेकर UP तक गड़बड़ी, अधिकारियों ने बताया तकनीकी समस्या

नई दिल्ली
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्‍मदिन (PM Modi Birthday) पर कोविड-19 टीकाकरण (Mega Vaccination drive) का नया रेकॉर्ड बना है। शुक्रवार शाम 5 बजे तक 2 करोड़ से ज्यादा लोगों को कोविड वैक्सीन की डोज लग चुकी है। अभी अंतिम आंकड़े आने बाकी हैं और जिस रफ्तार से वैक्सीनेशन चल रहा है, माना जा रहा है कि देर शाम तक ढाई करोड़ तक का आंकड़ा भी पार हो सकता है।

हर घंटे 19 लाख लोगों को लगी वैक्सीन

सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, वैक्सीन की रफ्तार का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि हर सेकंड 527 से ज्‍यादा डोज लगाई जा रही हैं। यानी हर घंटे 19 लाख से ज्‍यादा डोज दी गई हैं। हालांकि इस महाअभियान के बीच ऐसी भी कई शिकायतें आई हैं कि कई लोगों को बिना वैक्सीनेशन सेंटर पर गए ही वैक्सीनेटेड का मैसेज आ गया।

2 Crore+ Vaccination in one day : पीएम मोदी के जन्‍मदिन पर बना वर्ल्ड रेकॉर्ड, आज 2 करोड़ से ज्यादा लोगों को लगी कोरोना वैक्सीन
और जब बिना वैक्सीन लगे ही आ गया वैक्सीनेटेड का मैसेज

बिहार के नालंदा के रहने वाले राजू कुमार के पास शाम करीब 4 बजे मैसेज आया कि उन्हें कोविशील्ड की सेकंड डोज लगा दी गई है। उन्होंने ट्विटर पर मैसेज का स्क्रीनशॉट शेयर करते हुए लिखा कि उन्हें कोई वैक्सीन नहीं लगी है, उसके बावजूद फुली वैक्सीनेटेड का मैसेज आया है।

सेंटर से वापस भेज दिया, बिना वैक्सीन के बना दिया ‘वैक्सीनेटेड’
मध्य प्रदेश के मंदसौर के रहने वाले अश्विन पाटीदार के पास भी बिना वैक्सीन लगे ही वैक्सीनेटेड का मैसेज आ गया। उन्होंने ट्विटर पर स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया और प्रधानमंत्री को टैग करते हुए फर्जी वैक्सीनेशन का मैसेज शेयर किया। पाटीदार ने लिखा, ‘धोखा दिया जा रहा है आम नागरिकों को। सेंटर के स्लॉट बुक तो हुए थे पर वहां जाने से पता चला कि आज वैक्सीन नहीं लगाई जाएगी। तो फिर स्लॉट दिए ही क्यों? और अब बिना वैक्सीन के वैक्सिनेटेड का मैसेज भी भेज दिया गया।’

जब स्लॉट ढूंढे तो मिले नहीं, आज बिना स्लॉट कागजों में लग गई वैक्सीन

इसी तरह अनुराग प्रसिद्ध और उनकी मां अर्चना झा को भी कोविड वैक्सीन की सेकंड डोज नहीं लगी है। उन्होंने ट्विटर पर लिखा कि हम पिछले कई दिनों से स्लॉट ढूंढ रहे थे और नहीं मिल रहा था। मगर आज मेरे पास ये मैसेज आया कि बिना वैक्सीनेशन सेंटर गए ही हमारे दूसरी डोज लग गई है।

सीएमओ बोले, तकनीकी खामियों की वजह से हुआ ऐसा

उत्तर प्रदेश के लखीमपुर निवासी शिवम् भट्ट ने भी 17 सितंबर को कोवैक्सिन की सेकंड डोज का स्लॉट बुक किया था। मगर किसी कारणवश वैक्सीन लगवाने नहीं जा सके। हालांकि शाम को 3 बजे उनके पास भी मैसेज आ गया कि आपके कोवैक्सिन की दूसरी डोज लगाई जा चुकी है। इस बारे में सीएमओ डॉ. शैलेंद्र भटनागर से बात करने पर उन्होंने बताया, ‘किसी तकनीकी कारण की वजह से ऐसा हुआ होगा। हम जांच कराएंगे और 24 घंटे के अंदर इसका समाधान करेंगे। जिनके पास भी बिना वैक्सीन लगवाए वैक्सीनेशन का मैसेज आया है, वह टीकाकरण केंद्र जाकर कोविड वैक्सीन अब भी लगवा सकते हैं।’

एनबीटी ऑनलाइन व्यू
बिना वैक्सीनेशन के ही लोगों के पास वैक्सीन लग जाने का मैसेज आने को महज तकनीकी समस्या कहकर नकार देना सही नहीं है। हमें कोई अंदाजा नहीं है कि कितने लोगों के पास ऐसे मैसेज गए होंगे। जिनके पास साधन हैं वह तो कहीं से भी वैक्सीन लगवा लेंगे, मगर ज्यादातर लोगों को इस बात की जानकारी ही नहीं है कि अगर ऐसा मैसेज आ जाए तो वह कहां जाएं और कहां अपील करें। इसके अलावा एक तरफ जहां लोगों में वैक्सीन को लेकर आज भी भय मौजूद है, वहीं डबल डोज ले चुके लोगों को कई तरह की छूट और रियायतें मिल रही हैं। ऐसे में अगर किसी को घर बैठे ही वैक्सीनेटेड होने का सर्टिफिकेट मिल जाएगा, तो वह क्यों वैक्सीनेशन सेंटर के चक्कर काटेगा? इसलिए बेहतर होगा कि ऐसे मैसेजेस आने की मुख्य वजहों की जांच हो। अगर ऐसा किसी तकनीकी दिक्कत की वजह से होता हो तो उसे जल्दी ठीक किया जाना चाहिए।



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