नई दिल्ली
सुप्रीम कोर्ट को आज 9 और जज मिल गए। सुबह सुप्रीम कोर्ट के ऑडिटोरियम में शपथ ग्रहण समारोह संपन्न हुआ। शपथ ग्रहण के साथ ही कई सारी चीजें ऐसी हुईं जो इसके पहले कभी नहीं देखने को मिली। पहली बार एक साथ नौ जज शपथ लिए और शपथ ग्रहण भी कोर्टरूम में न होकर ऑडिटोरियम में हुआ। पहली बार ही शपथ ग्रहण लाइव टेलीकास्ट भी हुआ। आज का दिन सुप्रीम कोर्ट के लिए ऐतिहासिक रहा।
सुप्रीम कोर्ट में एक साथ तीन महिला जज शपथ लेती हुई नजर आईं। अब ऐसा पहली बार देखने को मिलेगा जब एक साथ चार महिला जज काम करेंगी। कर्नाटक हाई कोर्ट से सुप्रीम कोर्ट की जज बनते ही जस्टिस बी वी नागरत्ना ने एक साथ कई इतिहास रच दिया है। कुछ साल बाद वो CJI भी बनेंगी और ऐसा पहली बार होगा जब पिता के बाद पुत्री चीफ जस्टिस बनेंगी। इससे पहले इस कड़ी में एक और नाम जुड़ेगा।
पिता के बाद अब बेटी बनेंगी चीफ जस्टिस
वरिष्ठता क्रम का ध्यान रखते हुए देश में पहली बार 2027 में जस्टिस बी वी नागरत्ना महिला CJI बनेंगी। हालांकि उनका कार्यकाल बहुत कम दिनों का होगा। उनके पिता जस्टिस ईएस वेंकटरमैया भी 1989 में चीफ जस्टिस बने थे। भारतीय न्यायपालिका के इतिहास में यह पहला मौका बनेगा, जब पिता के बाद दूसरी जेनरेशन में बेटी चीफ जस्टिस बनेंगी।
सुप्रीम कोर्ट को आज 9 और जज मिल गए। सुबह सुप्रीम कोर्ट के ऑडिटोरियम में शपथ ग्रहण समारोह संपन्न हुआ। शपथ ग्रहण के साथ ही कई सारी चीजें ऐसी हुईं जो इसके पहले कभी नहीं देखने को मिली। पहली बार एक साथ नौ जज शपथ लिए और शपथ ग्रहण भी कोर्टरूम में न होकर ऑडिटोरियम में हुआ। पहली बार ही शपथ ग्रहण लाइव टेलीकास्ट भी हुआ। आज का दिन सुप्रीम कोर्ट के लिए ऐतिहासिक रहा।
सुप्रीम कोर्ट में एक साथ तीन महिला जज शपथ लेती हुई नजर आईं। अब ऐसा पहली बार देखने को मिलेगा जब एक साथ चार महिला जज काम करेंगी। कर्नाटक हाई कोर्ट से सुप्रीम कोर्ट की जज बनते ही जस्टिस बी वी नागरत्ना ने एक साथ कई इतिहास रच दिया है। कुछ साल बाद वो CJI भी बनेंगी और ऐसा पहली बार होगा जब पिता के बाद पुत्री चीफ जस्टिस बनेंगी। इससे पहले इस कड़ी में एक और नाम जुड़ेगा।
पिता के बाद अब बेटी बनेंगी चीफ जस्टिस
वरिष्ठता क्रम का ध्यान रखते हुए देश में पहली बार 2027 में जस्टिस बी वी नागरत्ना महिला CJI बनेंगी। हालांकि उनका कार्यकाल बहुत कम दिनों का होगा। उनके पिता जस्टिस ईएस वेंकटरमैया भी 1989 में चीफ जस्टिस बने थे। भारतीय न्यायपालिका के इतिहास में यह पहला मौका बनेगा, जब पिता के बाद दूसरी जेनरेशन में बेटी चीफ जस्टिस बनेंगी।
अगले साल चीफ जस्टिस बनते ही बनेगा रिकॉर्ड
सीनियरिटी के हिसाब से देखा जाए जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ नवंबर 2022 में चीफ जस्टिस बनेंगे। उनके पिता जस्टिस वाई बी चंद्रचूड़ 1978 में चीफ जस्टिस बने थे। जस्टिस वाईबी चंद्रचूड़ 7 साल भारत के चीफ जस्टिस रहे जो कि अब तक का सबसे लंबा कार्यकाल है।
पहले चाचा और बाद में भतीजा बने चीफ जस्टिस
सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस रहे दीपक मिश्रा के चाचा भी सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस रह चुके हैं। जस्टिस दीपक मिश्रा 14 महीने देश के चीफ जस्टिस थे। इनके चाचा रंगनाथ मिश्रा भी सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस रह चुके हैं। रंगनाथ मिश्रा 25 सितंबर 1990 से 24 नवंबर 1991 तक सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस रहे। 2017 अगस्त महीने में दीपक मिश्रा देश के 45 वें चीफ जस्टिस बने। वो 14 महीने तक देश के चीफ जस्टिस रहे।