हाइलाइट्स
- सुब्रमण्यम स्वामी ने 2 सितंबर को लिखी थी प्रधानमंत्री मोदी को चिट्ठी
- कहा, वाड्रा के खिलाफ दर्ज कालेधन के मामले में भी कुछ खास नहीं हुआ
- हाई-प्रोफाइल मामलों के मुकदमों में देरी से बिगड़ रही है पार्टी की इमेज
नई दिल्ली
भाजपा सांसद डॉ सुब्रमण्यम स्वामी को अपनी बेबाकी के लिए जाना जाता है। उन्होंने फिर कुछ ऐसा ही किया है। अपनी बात बड़ी साफगोई से रखते हुए स्वामी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक चिट्ठी लिखी है। इसमें स्वामी ने सोनिया गांधी, राहुल गांधी, पी चिदंबरम, रॉबर्ट वाड्रा और अन्य से जुड़े हाई-प्रोफाइल मामलों के मुकदमों में देरी पर पीएम का ध्यान आकर्षित किया है। उन्होंने कहा है कि इन मामलों में प्रॉसीक्यूशन में हो रहे विलंब से भाजपा की इमेज को नुकसान पहुंच रहा है। 2014 में पार्टी ने ऐसे ही मुद्दों के खिलाफ लड़ने के लिए अभियान चलाया था।
डॉ स्वामी ने ट्विटर पर इस खत को शेयर किया है। उन्होंने लिखा, ‘केंद्र में यूपीए के कार्यकाल के दौरान भ्रष्टाचार के कई मामले आए थे। इसमें शक नहीं कि सरकार की ओर से भ्रष्टाचार के ऐसे कई मामलों के अभियोजन में काफी अधिक देरी हुई है।’
उन्होंने चिट्ठी में इनमें से कई मामलों का जिक्र किया है। इनमें दिल्ली हाई कोर्ट में लंबित 2जी घोटाले की अपील, एयरसेल मैक्सिस और आईएनएक्स मीडिया रिश्वतखोरी मामले में पी चिदंबरम और उनके बेटे का केस व नेशनल हेराल्ड मामले में जमानत पर चल रहे सोनिया गांधी और राहुल गांधी के खिलाफ केस शामिल हैं।
स्वामी ने चिट्ठी में सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा का भी जिक्र किया है। उन्होंने आरोप लगाया कि वाड्रा के खिलाफ दर्ज कालेधन के मामले में भी कुछ खास नहीं हुआ है। ट्विटर पर स्वामी ने बताया कि यह चिट्ठी उन्होंने प्रधानमंत्री को 2 सितंबर 2021 को लिखी थी।
स्वामी ने लिखा कि इन मामलों में विलंब से भाजपा की छवि को नुकसान हो रहा है। कारण है कि भाजपा ने 2014 के बाद से हुए राष्ट्रीय और स्थानीय स्तर के तमाम चुनावों में भ्रष्टाचार से लड़ने को मुख्य मुद्दा बनाया है।