राजीव गांधी खेल रत्न अवॉर्ड का नाम मेजर ध्यानचंद खेल रत्न करने के पीएम मोदी के फैसले का जहां बीजेपी ने स्वागत किया है, वहीं कांग्रेस ने मोदी सरकार के फैसले को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है और भगवाकरण करने का आरोप लगाया है। इस फैसले के बाद सोशल मीडिया पर भी चर्चाओं का दौर शुरू हो गया है।
बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने इस फैसले का स्वागत करते हुए कहा, ‘राजीव गांधी खेल रत्न अवॉर्ड का नाम मेजर ध्यानचंद खेल रत्न करने का पीएम मोदी ऐतिहासिक फैसला। यह भारतीय हॉकी के सबसे सम्मानित शख्स को साथ न्याय भी है और भारत की भावनाओं का सम्मान भी।’ कांग्रेस नेता के. सुरेश ने इस फैसले पर कहा,’यह दुर्भाग्यपूर्ण है। राजीव गांधी देश को 21वीं सदी में लेकर गए। उन्होंने खेल और युवाओं को बढ़ावा दिया। यह सरकार भगवाकरण करना चाहती है, इसलिए इसने इस पुरस्कार का अलग नाम दिया।’
कई ट्विटर यूजर्स इस फैसले का स्वागत करते दिखते। रिटायर्ड आईएएस अधिकारी संजय दीक्षित ने कहा, ‘राजीव गांधी खेल रत्न का नाम मेजर ध्यानचंद खेल रत्न करने का मोदी सरकार का फैसला बहुत ही अच्छा है। वैसे भी राजीव गांधी का खेल के लिए क्या योगदान है।’
वहीं नागेंद्र शर्मा नाम के यूजर ने लिखा, ‘सही बात है कि राजीव गांधी खेल रत्न अजीब है। ध्यानचंद खेल रत्न ज्यादा सम्मानित लगता है। लेकिन कब अरुण जेटली स्टेडियम और नरेंद्र मोदी स्टेडियम का नाम खेल से जुड़े प्रसिद्ध लोगों के नाम पर होगा?
इस फैसले के बाद सुहेल सेठ ने मजाकिया लहजे में ट्विटर पर लिखा, ‘अब जब सरकार मूड में लग रही है तो एक एयरपोर्ट का नाम जमशेद रतनजी टाटा के नाम पर करना चाहिए? मैं सहमत हूं कि इंदिरा गांधी का एविएशन के क्षेत्र में योगदान फलदायी है, फिर भी…। मिल्खा सिंह के नाम पर स्टेडियम का नाम कैसा रहेगा? नाम के हकदार लोगों की लिस्ट लंबी है। नेहरू पार्क का नाम बदलकर सलीम अली पर कर दीजिए।’