नई दिल्ली
विपक्षी दलों के सांसद 12.15 बजे राज्यसभा के सभापति एम. वेंकैया नायडू से मिलकर सदन में महिला सांसदों के साथ हुई बदसलूकी की शिकायत करेंगे। यह फैसला दोनों सदनों में विपक्ष के नेताओं की बुलाई गई मीटिंग में लिया गया। मीटिंग खत्म होने पर विपक्ष दलों के नेताओं ने संसद भवन से विजय चौक तक पैदल मार्च किया। वहां कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने मीडिया से कहा कि संसद में सत्ताधारी दल के सांसदों ने विपक्षी नेताओं को बोलने नहीं दिया।
राहुल गांधी ने कहा, ‘संसद सत्र खत्म हो चुका है। स्पष्ट रूप से जहां तक देश के 60% हिस्से की बात है, तो उनके लिए कोई संसद सत्र नहीं था क्योंकि 60% लोगों की आवाज को दबा दिया गया, उन्हें प्रताड़ित किया गया और राज्यसभा में उनके साथ बदसलूकी की गई। हमने पेगासस का मुद्दा उठाया, हमने सरकार से इस पर चर्चा करने की मांग की। सरकार ने पेगासस पर चर्चा से इनकार कर दिया।’
विपक्षी दलों के सांसद 12.15 बजे राज्यसभा के सभापति एम. वेंकैया नायडू से मिलकर सदन में महिला सांसदों के साथ हुई बदसलूकी की शिकायत करेंगे। यह फैसला दोनों सदनों में विपक्ष के नेताओं की बुलाई गई मीटिंग में लिया गया। मीटिंग खत्म होने पर विपक्ष दलों के नेताओं ने संसद भवन से विजय चौक तक पैदल मार्च किया। वहां कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने मीडिया से कहा कि संसद में सत्ताधारी दल के सांसदों ने विपक्षी नेताओं को बोलने नहीं दिया।
राहुल गांधी ने कहा, ‘संसद सत्र खत्म हो चुका है। स्पष्ट रूप से जहां तक देश के 60% हिस्से की बात है, तो उनके लिए कोई संसद सत्र नहीं था क्योंकि 60% लोगों की आवाज को दबा दिया गया, उन्हें प्रताड़ित किया गया और राज्यसभा में उनके साथ बदसलूकी की गई। हमने पेगासस का मुद्दा उठाया, हमने सरकार से इस पर चर्चा करने की मांग की। सरकार ने पेगासस पर चर्चा से इनकार कर दिया।’
राहुल ने सरकार पर आरोप लगाया कि विपक्ष को संसद में बोलने से रोका जा रहा है। उन्होंने कहा, ‘हमने किसानों का मुद्दा संसद के बाहर उठाया क्योंकि हमें संसद में इसकी इजाजत नहीं मिली। हमने महंगाई का मुद्दा भी संसद के बाहर ही उठाया और आज हम आपसे बात करने के लिए आए हैं क्योंकि वो (सत्ताधारी दल) हमें संसद में बोलने नहीं देते हैं। यह देश के लोकतंत्र की हत्या से कम नहीं है।’