हाइलाइट्स
- भारतीय युवा कांग्रेस ने किया था ‘संसद घेराव’ का आयोजन
- कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी भी संबोधित करने पहुंचे
- महंगाई, रोजगार और पेगासस पर मोदी सरकार को सुनाया
- पिछले दिनों विपक्ष के कई नेताओं से कर चुके हैं मुलाकात
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और लोकसभा सांसद राहुल गांधी लगातार मोदी सरकार पर हमलावर हैं। संसद के बाहर से लेकर ट्विटर पर वह कई मुद्दों पर केंद्र को असहज करते हैं। गुरुवार को राहुल ने भारतीय युवा कांग्रेस के ‘संसद घेराव’ कार्यक्रम में शिरकत की। राहुल ने इस कार्यक्रम की तस्वीरें शेयर करते हुए ट्वीट किया कि ‘हारेगा वो हर बाजी जब निकलेंगे हम साथ में!’ कांग्रेस के ट्विटर हैंडल से ‘सरफरोशी की तमन्ना…’ ट्वीट किया गया। राहुल ने बेरोजगारी, पेगासस जैसे मसलों को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा।
‘युवा सच बोलने लगे तो सरकार चली जाएगी’
कांग्रेस नेता ने दावा किया कि केंद्र में ‘हम दो, हमारे दो की सरकार’ के रहते देश के युवाओं को रोजगार नहीं मिल सकता। संसद की ओर बढ़ रहे संगठन के नेताओं और कार्यकर्ताओं को पुलिस ने जंतर-मंतर के निकट रोक दिया। राहुल गांधी ने कहा, ‘‘इस सरकार का लक्ष्य युवाओं की आवाज दबाने का है क्योंकि वे जानते हैं कि यदि हिंदुस्तान के युवा ने अपने दिल की बात बोलनी शुरू कर दी, सच्चाई बोलनी शुरू कर दी तो नरेंद्र मोदी सरकार चली जाएगी।’’
नरेंद्र मोदी जी ने सिर्फ मेरे फोन के अंदर नहीं, बल्कि हिंदुस्तान के हर युवा के फोन के अंदर पेगासस का आइडिया डाला है। यह आइडिया आवाज दबाने का है। युवा कांग्रेस का काम युवा की आवाज उठाने का है। हम युवाओं की आवाज को दबने नहीं देंगे।
राहुल गांधी
जब तक मोदी सरकार, नहीं मिलेगा रोजगार: राहुल
राहुल ने युवा कांग्रेस के कार्यकर्ताओं से कहा, जो ‘हम दो हमारे दो की सरकार’ से दुखी हैं उनकी आवाज आप तेजी से उठाओ। राहुल ने कहा कि “युवाओं को रोजगार नहीं मिलने का एक ही कारण है कि मोदी सरकार असंगठित क्षेत्र को खत्म करती जा रही है। नोटबंटी छोटे कारोबार को खत्म करने के लिए की गई। आज यह देश नरेंद्र मोदी के कारण रोजगार पैदा नहीं कर पा रहा है। जब तक नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री हैं और जब तक ‘हम दो, हमारे दो की सरकार’ है तब तक युवाओं को रोजगार नहीं मिलेगा।”
विपक्ष को एकजुट कर रहे हैं राहुल
राहुल ने पिछले दिनों विपक्ष के नेताओं संग बैठक की थी। इसमें लेफ्ट, आरजेडी, एनसीपी, सपा, शिवसेना समेत कई दलों के नेताओं ने हिस्सा लिया। संसद में विपक्ष के एकजुट होकर हंगामा करने की वजह से कोई कामकाज नहीं हो पा रहा है। सरकार पर भी गतिरोध खत्म करने का दबाव बढ़ रहा है। राहुल की अगुवाई में विपक्ष ने पेगासस, किसान आंदोलन के मुद्दे पर मोदी सरकार को जमकर घेरा है।
‘जब तक मोदी सरकार, नहीं मिलेगा रोजगार…’ तंज और नारों के सहारे विपक्ष के अगुवा बन रहे राहुल गांधी?