न्यूयॉर्क
विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने शनिवार को कहा कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) का विस्तार और उसमें एक स्थायी सीट पाना भारत की शीर्ष प्राथमिकता है। वह यह भी बोले कि संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) के अध्यक्ष अब्दुल्ला शाहिद के तहत अंतर-सरकारी प्रक्रियाओं और दस्तावेज आधारित बातचीत पर जोर रहेगा।
संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) के 76वें सत्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संबोधन के बाद श्रृंगला ने संवाददाताओं से कहा कि भारत संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के अस्थायी सदस्य के तौर पर अपने कार्यकाल के दौरान संयुक्त राष्ट्र को विस्तारित करने की दिशा में काम करना जारी रखेगा।
विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने शनिवार को कहा कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) का विस्तार और उसमें एक स्थायी सीट पाना भारत की शीर्ष प्राथमिकता है। वह यह भी बोले कि संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) के अध्यक्ष अब्दुल्ला शाहिद के तहत अंतर-सरकारी प्रक्रियाओं और दस्तावेज आधारित बातचीत पर जोर रहेगा।
संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) के 76वें सत्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संबोधन के बाद श्रृंगला ने संवाददाताओं से कहा कि भारत संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के अस्थायी सदस्य के तौर पर अपने कार्यकाल के दौरान संयुक्त राष्ट्र को विस्तारित करने की दिशा में काम करना जारी रखेगा।
उन्होंने कहा, ‘यूएनएससी में एक स्थायी सीट और सुरक्षा परिषद में विस्तार भारत की शीर्ष प्राथमिकता बनी हुई है।’
विदेश सचिव ने कहा कि भारत की भावनाओं को साझा करने वाले कई देशों की ओर से उसकी उम्मीदवारी (यूएनएससी की स्थायी सीट के लिए) को समर्थन मिला है।
नियम आधारित व्यवस्था पर एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा , ‘क्वाड (चार देशों का समूह) नियम आधारित अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था के लिए है। क्वाड स्वतंत्र, खुला, पारदर्शी, समावेशी, समृद्ध हिंद-प्रशांत क्षेत्र का पक्षधर है।’
श्रृंगला ने शुक्रवार को बताया था कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन भी चाहते हैं कि भारत को सुरक्षा परिषद में स्थायी सीट मिले। अभी यूएनएससी में पांच स्थायी सदस्य हैं। इनमें अमेरिका, रूस, चीन, फ्रांस और ब्रिटेन शामिल हैं। भारत 10 अस्थायी देशों में शामिल है।