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हाइलाइट्स

  • पाकिस्तान के सरकारी रेडियो के एक रिपोर्टर ने तालिबान नेता को भारत के खिलाफ उकसाने की कोशिश की
  • काबुल में रिपोर्टर बिलाल खान महसूद ने तालिबान नेता शहाबुद्दीन दिलवार से पूछे उकसाने वाले सवाल
  • पाकिस्तानी रिपोर्टर ने दिलवार से पूछा कि पीएम मोदी ने कहा है कि तालिबान सरकार नहीं चला सकता, इस पर क्या कहेंगे
  • जवाब में तालिबान नेता ने कहा कि भारत को जल्द पता चल जाएगा कि हम सरकार भी चला सकते हैं

नई दिल्ली
अफगानिस्तान पर तालिबान आतंकियों के कब्जे के बाद पाकिस्तान बल्लियों उछल रहा है। वहां के नेता तो इस दिवास्वप्न में डूबने-उतराने लगे हैं कि तालिबान कश्मीर को ‘जीतकर’ थाली में सजाकर उसे भेंट दे देगा। पाकिस्तान लगातार तालिबान को भारत के खिलाफ उकसाने और भड़काने में लगा है। रेडियो पाकिस्तान के रिपोर्टर को ही देख लें। वह एक तालिबान नेता को अपने सवालों से भारत के खिलाफ उकसाने की कोशिश करता दिख रहा है। हालांकि, उसे निराश होना पड़ता है क्योंकि उसके उकसावे के बावजूद भी तालिबान नेता शांत दिखता है और भारत के खिलाफ ‘जहरीले बोल’ नहीं बोलता। इससे जुड़े वीडियो क्लिप को खुद रेडियो पाकिस्तान ने ट्वीट किया है।

क्या है मामला?
वीडियो क्लिप गुरुवार की है। काबुल में रेडियो पाकिस्तान के विशेष संवाददाता बिलाल खान महसूद तालिबान नेता शहाबुद्दीन दिलवार को अपने सवालों से भारत के खिलाफ उकसाने की कोशिश करता दिख रहा हैं। तालिबान नेता उसके सवालों को कोई खास तवज्जो देता नहीं दिख रहा। वह चलते-चलते सवालों का जवाब दे रहा है। पाकिस्तानी रिपोर्टर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एक कथित बयान का हवाला देते हुए सवाल पूछता है कि भारतीय प्रधानमंत्री ने कहा है कि तालिबान सरकार नहीं चला सकते, इस पर क्या कहेंगे? जवाब में शहाबुद्दीन दिलवार ने कहा कि भारत को जल्द पता चल जाएगा कि तालिबान सरकार भी चला सकता है।

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पीएम मोदी के किस बयान का जिक्र कर रहा पाकिस्तानी रिपोर्टर?
दरअसल, पिछले हफ्ते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमनाथ मंदिर से जुड़े एक कार्यक्रम में कहा था कि आस्था को आतंक से नहीं कुचला जा सकता। उन्होंने यह भी कहा कि आतंक के दम पर साम्राज्य तो खड़े हो सकते हैं, लेकिन टिक नहीं सकते। पीएम मोदी ने कहा, ‘जो तोड़ने वाली शक्तियां हैं, जो आतंक के बलबूते साम्राज्य खड़ा करने वाली सोच है, वो किसी कालखंड में कुछ समय के लिए भले हावी हो जाएं लेकिन, उसका अस्तित्व कभी स्थायी नहीं होता, वो ज्यादा दिनों तक मानवता को दबाकर नहीं रख सकती।’ पाकिस्तान रेडियो का रिपोर्टर पीएम मोदी के इसी बयान की जिक्र कर रहा है। हालांकि, पीएम मोदी ने अपने बयान में तालिबान का नाम नहीं लिया था लेकिन माना गया कि उनका संदेश तालिबान आतंकियों के लिए भी है।

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तालिबान बोला- चाहते हैं भारत से ‘अच्छे रिश्ते’
पाकिस्‍तान की मदद से सत्‍ता में आए तालिबानी आतंकियों के प्रवक्‍ता जबीउल्‍ला मुजाहिद ने भारत को इलाके का एक अहम मुल्‍क करार देते हुए अच्‍छे रिश्‍ते बनाने की इच्‍छा जताई है। मुजाहिद ने कहा कि भारत और पाकिस्‍तान को एक साथ बैठकर सभी विवादित मुद्दों का समाधान करना चाहिए। उन्‍होंने कहा कि नई दिल्‍ली को भी कश्‍मीर पर सकारात्‍मक रुख अपनाना चाहिए। माना जा रहा है कि इस बयान के जरिए तालिबान ने भारत को बातचीत का संकेत दिया है।

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तालिबान प्रवक्‍ता ने पाकिस्‍तानी टीवी चैनल एआरवाई को दिए इंटरव्यू में कहा, ‘हम सभी देशों के साथ अच्‍छे रिश्‍ते बनाना चाहते हैं। इसमें भारत भी शामिल है जो इस इलाके का एक महत्‍वपूर्ण हिस्‍सा है। हमारी इच्‍छा है कि भारत अफगान जनता की राय के मुताबिक अपनी नीतियां बनाए। हम अपनी सरजमीं को किसी मुल्‍क के खिलाफ इस्‍तेमाल नहीं करने देंगे। भारत और पाकिस्‍तान को चाहिए वे अपने द्विपक्षीय मामले सुलझाएं।’

shahabuddin



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