हाइलाइट्स
- दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे का निर्माण 2023 तक पूरा होने की संभावना
- दिल्ली से मुंबई के बीच घट जाएगी दूरी, सफर का वक्त भी होगा कम
- हरियाणा में 160, राजस्थान में 374 किलोमीटर होगा सड़क निर्माण
केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने गुरुवार दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे (डीएमई) की प्रगति का जायजा लिया। दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे के दो दिवसीय निरीक्षण कार्यक्रम में हरियाणा के बाद राजस्थान के दौसा में कार्य प्रगति का निरीक्षण किया। इस एक्सप्रेसवे के बन जाने के बाद उम्मीद है कि दिल्ली से मुंबई के बीच यात्रा का समय 24 घंटे से कम होकर 12 घंटे रह जाएगा। यह एक्सप्रेस-वे आठ लेन का होगा और दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान, मध्य प्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र से होकर गुजरेगा। इससे जयपुर, किशनगढ़, अजमेर, कोटा, चित्तौड़गढ़, उदयपुर, भोपाल, उज्जैन, इंदौर, अहमदाबाद, वडोदरा जैसे आर्थिक केंद्रों से कनेक्टिविटी में सुधार होगा।
160 किलोमीटर कम हो जाएगी दूरी
इस एक्स्प्रेसवे के बनने के बाद दिल्ली से मुंबई की दूरी करीब 160 किमी कम हो जाएगी। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि यह हाइवे बनने से दिल्ली से मुंबई का सफर केवल 12 से साढ़े 12 घंटे में सफर पूरा किया जा सकेगा। वर्तमान में दिल्ली से मुंबई की दूरी सड़क मार्ग से करीब 1,510 किलोमीटर है। एक्सप्रेस-वे बनने के बाद इसकी दूरी 1,350 किलोमीटर रह जाएगी। इसके अलावा इससे सालाना 32 करोड़ लीटर से अधिक की फ्यूल की बचत होगी। वहीं, CO2 उत्सर्जन में 85 करोड़ किलोग्राम की कमी आएगी जो कि चार करोड़ पेड़ लगाने के बराबर है।
राजस्थान में 16,600 करोड़ की लागत से इस एक्सप्रेस-वे के अंतर्गत 374 किमी रोड का निर्माण होना है। राज्य में यह एक्सप्रेस-वे अलवर, भरतपुर, दौसा, सवाई माधोपुर, टोंक, बूंदी और कोटा जिलों में विकास को मजबूती देगा।
नितिन गडकरी, केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री
2023 तक पूरा होगा देश का सबसे लंबा एक्सप्रेस-वे
दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे के मार्च 2023 तक पूरा होने की संभावना है। इसे भारतमाला परियोजना के पहले चरण के तहत बनाया जा रहा है। हाल में जारी एक आधिकारिक बयान के अनुसार परियोजना की लागत 98,000 करोड़ रुपये है। यह भारत का सबसे लंबा एक्सप्रेसवे होगा।
हरियाणा में 160 किलोमीटर रोड का होगा निर्माण
देश के सबसे लंबे 8 लेन का यह एक्सप्रेस-वे हरियाणा के 65 गांव से होकर गुजरेगा। इसमें गुड़गांव के 11, पलवल के 7 और मेवात के 47 गांव शामिल हैं। इस हाइवे का निर्माण कार्य काफी तेजी से चल रहा है। प्रदेश में इस हाइवे की कुल लंबाई 160 किलोमीटर है। इसमें से 130 किमी रोड का कार्य संबंधित कंपनी को सौंपा जा चुका है। इस पर लगभग 10,400 करोड़ रुपये की लागत आएगी। हरियाणा में हाइवे की शुरुआत गुड़गांव-अलवर रोड (एनएच-248) से होगी।
हरियाणा में इस परियोजना के तहत कुल 160 किमी रोड का निर्माण होना है जिसमें 130 किमी रोड का कार्य अवार्ड हो चुका है। हरियाणा को राजस्थान, मध्य प्रदेश, गुजरात और महाराष्ट्र से जोड़कर यह एक्सप्रेस-वे राज्य में आर्थिक समृद्धि और विकास लाएगा।
नितिन गडकरी, केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री
राजस्थान में 374 किलोमीटर रोड बनेगी
राजस्थान में करीब 18 हजार करोड़ की लागत से इस एक्सप्रेस-वे के अंतर्गत 374 किमी रोड का निर्माण होना है जिसका पूरा कार्य सौंपा जा चुका है। राज्य में यह एक्सप्रेस-वे अलवर, भरतपुर, दौसा, सवाई माधोपुर, टोंक, बूंदी और कोटा जिलों में विकास को मज़बूती देगा। इस दौरान राजस्थान सरकार के मंत्री डॉ. बीडी कल्ला, दौसा की सांसद जसकौर मीणा और राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा मौजूद थे।
दिल्ली-एनसीआर में जाम कम करने पर फोकस
केंद्रीय मंत्री गडकरी ने यह भी कहा कि दिल्ली-एनसीआर में यातायात जाम और वायु प्रदूषण की समस्या को कम करने के लिए सड़क मंत्रालय 53,000 करोड़ रुपये की 15 परियोजनाओं पर काम कर रहा है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि पहले दिल्ली से मेरठ जाने में 4.30 घंटे लगते थे, तब मैंने कहा था कि सिर्फ 45 मिनट में पहुंचेगे। तब लोगों को इस पर यकीन नहीं होता था पर अब लोग 40 मिनट में पहुंच रहे हैं। उन्होंने कहा कि दिल्ली से हरिद्वार 2 घंटे में पहुंच जाते हैं। उन्होंने कहा कि हम दिल्ली से जयपुर का सफर 2 घंटे में पूरा करेंगे।
दिल्ली से अमृतसर का 4 घंटे में पूरा होगा सफर
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि सड़क से चार घंटे में दिल्ली से अमृतसर का सफर पूरा हो सकेगा। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि हमारा लक्ष्य दिल्ली से कटरा यानी जम्मू कश्मीर तक हम 6 घंटे में जा सकेंगे। उन्होंने कहा कि दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे की खासियत यह है कि यह हाइवे अलवर, भरतपुर, दौसा, सवाईमाधोपुर, टोंक, बूंदी और कोटा जिलों से होकर गुजरेगा।
140 किलोमीटर प्रतिघंटा पर कर रहे विचार
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे पर एक तरफ से दूसरी तरफ ना तो लोग आ जा सकेंगे और ना ही जानवर आ जा सकेंगे। इस लिए इस हाईवे पर कम से कम स्पीड 120 किलोमीटर प्रतिघंटा रखी जाएगी। उन्होंने कहा कि हम इस स्पीड को 140 किलोमीटर प्रतिघंटा करने पर भी विचार कर रहे हैं।