नारायणपुर
छत्तीसगढ़ में नारायणपुर जिले में इंडो तिब्बतन बॉर्डर पुलिस के कैंप पर हमले में दो जवानों की मौत हो गई। आईटीबीपी के कादेमेटा कैंप पर हुए हमले में असिस्टेंट कमांडेंट सुधाकर शिंदे और असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर गुरमुख को अपनी जान गंवानी पड़ी। जानकारी के मुताबिक नक्सलियों के साथ सुरक्षाबलों की मुठभेड़ अब भी जारी है।
आईटीबीपी के जवान सड़क निर्माण कार्य की सुरक्षा के लिए गश्त पर निकले थे। पहले से घात लगाकर बैठे नक्सलियों ने उन पर हमला कर दिया। अंधाधुंध फायरिंग में दो जवान घटनास्थल पर ही शहीद हो गए। नक्सलियों ने मृत जवानों के हथियार भी लूट लिए।
छत्तीसगढ़ में नारायणपुर जिले में इंडो तिब्बतन बॉर्डर पुलिस के कैंप पर हमले में दो जवानों की मौत हो गई। आईटीबीपी के कादेमेटा कैंप पर हुए हमले में असिस्टेंट कमांडेंट सुधाकर शिंदे और असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर गुरमुख को अपनी जान गंवानी पड़ी। जानकारी के मुताबिक नक्सलियों के साथ सुरक्षाबलों की मुठभेड़ अब भी जारी है।
आईटीबीपी के जवान सड़क निर्माण कार्य की सुरक्षा के लिए गश्त पर निकले थे। पहले से घात लगाकर बैठे नक्सलियों ने उन पर हमला कर दिया। अंधाधुंध फायरिंग में दो जवान घटनास्थल पर ही शहीद हो गए। नक्सलियों ने मृत जवानों के हथियार भी लूट लिए।
बस्तर के आईजी पी सुंदरराज ने घटना की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि आईटीबीपी कैंप पर हमला कर नक्सली एक एके-47 राइफल, दो बुलेटप्रूफ जैकेट और एक वायरलेस सेट भी लूट कर ले गए।
असिस्टेंट कमांडेंट सुधाकर शिंदे महाराष्ट्र के नांदेड़ जिले के मुकरम्बाद थाना क्षेत्र के बामनी गांव के निवासी थे। एएसआई गुरमुख सिंह पंजाब के लुधियाना जिले के रायकोट थाना इलाके के झारमनगर के रहने वाले थे। शहीदों के शवों को उनके गृहग्राम भेजा जा रहा है।
पुलिस के अनुसार सुरक्षा बलों की मदद के लिए अतिरिक्त फोर्स को घटनास्थल के लिए रवाना किया गया है। मुठभेड़ में कई नक्सलियों को भी गोली लगने की सूचना है।