हाइलाइट्स
- आर्टिकल 370 के खत्म करने के बाद संघ प्रमुख का पहला जम्मू-कश्मीर दौरा
- तीन दिन की यात्रा के दौरान वो संवैधानिक बदलाव के जमीनी असर का जायजा लेंगे
- मोहन भागवत की आरएसएस के कई सहयोगी संगठनों के प्रमुखों के साथ भी बैठक होगी
जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 और 35ए खत्म करने के बाद राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के प्रमुख पहली बार जम्मू-कश्मीर जाएंगे। संघ प्रमुख मोहन भागवत तीन दिनों तक जम्मू-कश्मीर में रहेंगे। उनका यह दौरा 1 अक्टूबर से शुरू होगा और 3 अक्टूबर तक चलेगा। सूत्रों के मुताबिक भागवत वहां प्रबुद्ध वर्ग के सदस्यों से मिलेंगे।
प्रबुद्ध वर्ग के साथ मीटिंग के अलावा संघ प्रमुख के यहां कई कार्यक्रम तय किए गए हैं लेकिन प्रबुद्ध वर्ग की मीटिंग के अलावा बाकी सारे कार्यक्रम संघ के आंतरिक हैं। संघ प्रमुख भागवत दो साल के गैप के बाद जम्मू-कश्मीर जा रहे हैं। प्रबुद्ध वर्ग की मीटिंग जम्मू में होगी। संघ के एक पदाधिकारी के मुताबिक संघ प्रमुख हर दूसरे साल हर प्रांत का दौरा करते हैं, लेकिन कोविड की वजह से शेड्यूल गड़बड़ हो गया है।
जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाना बीजेपी और संघ के लिए एक बड़ी उपलब्धि थी क्योंकि यह शुरू से ही संघ का अजेंडा भी रहा है और बीजेपी का चुनावी वादा भी। आर्टिकल 370 हटाने के बाद से संघ प्रमुख जम्मू-कश्मीर नहीं जा पाए, संघ के पदाधिकारी इसकी वजह कोविड को बताते हैं। उन्होंने कहा कि कोविड की वजह से आने-जाने में कई बाधाएं थी।
संघ प्रमुख जम्मू-कश्मीर में विजिट के दौरान संघ प्रचारकों से भी मिलेंगे। साथ ही उनकी मुलाकात संघ के आनुषांगिक संगठनों के प्रमुखों से भी होगी। वो आर्टिकल 370 हटने के बाद से जमीनी हालात में बदलाव का जायजा लेंगे। एक संघ प्रचारक ने कहा कि संघ समाज के लिए काम करता है और आर्टिकल 370 हटने के बाद से जम्मू-कश्मीर में हालात बेहतर हुए हैं। इन सब मसलों पर संघ प्रमुख से चर्चा की जाएगी। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ सालों में जम्मू-कश्मीर में संघ का कामकाज भी बढ़ा है और उस पर भी बात होगी।