राजधानी लखनऊ में बीते 17 जुलाई नाबालिग छात्रा के स्कूल ग्रुप में इंटरनेशनल नम्बर से अश्लील मैसेज भेजने का मामला सामने आया था। पीडित परिवार की ओर से मामले को लेकर स्थानीय थाने में मुकदमा दर्ज कराने के बाद छानबीन के दौरान क्लास के ही एक संदिग्ध छात्र का नाम सामने आया। जिसके चलते लगातार छात्रा के परिवार पर मामले में सुलह करने का दबाव बनाया जाने लगा। उधर , लखनऊ पुलिस कमिश्नर से गुहार लगाने के बाद पीड़ित परिवार को सुरक्षा उपलब्ध करा दी गयी है।
पूरा मामला लखनऊ के मड़ियांव थाना क्षेत्र का है। जहां रहने वाली मानवी द्विवेदी के नाबालिग बेटी थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले सेंट एंटोनी स्कूल की कक्षा 8 की छात्रा है। ऑनलाइन क्लास के लिए शुरू हुए व्हाट्स ऐप ग्रुप में बीते 15 जुलाई से लगातार किसी अनजान इंटरनेशनल नंबर से पीड़िता की बेटी को लेकर अश्लील मैसेज किए जा रहे थे। मानसिक तनाव से गुजर रहे परिवार ने मामले को लेकर स्कूल प्रशासन से न्याय की गुहार लगाई, लेकिन मदद न मिलने के बाद स्थानीय थाने में घटना की शिकायत करते हुए क्लास के ही संदिग्ध छात्र पर मुकदमा दर्ज कराया गया। पीड़िता का कहना है कि मुकदमा दर्ज कराने के बाद भी उनकी बेटी के पास इंटरनेशनल नंबर से अश्लील मैसेज और धमकियां आना बंद नहीं हुईं। इतना ही नहीं, संदिग्ध छात्र के परिजनों की ओर से लगातार मामले में सुलह करने का दबाव भी बनाया जाने लगा। जिसके बाद पीड़ित परिवार पुलिस महकमे के आला अफसरों तक दौड़भाग करके न्याय की गुहार लगा रहा था।
पुलिस कमिश्नर ने परिवार को दी सुरक्षा, 24 घंटे पुलिसकर्मियों की निगरानी में रहेगा परिवार
मानसिक रूप से परेशान नाबालिग छात्रा और उसके परिवार की समस्याओं को गंभीरता से लेते हुए लखनऊ के पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर ने परिवार को सुरक्षा प्रदान की है। पुलिस कमिश्नर की ओर से 2 पुलिसकर्मी पीड़िता के घर के बाहर तैनात किए गए हैं। जो घर पर हर आने जाने व आस पास से गुजरने वाले पर नजर रखेंगे। पीड़िता का कहना है कि मुकदमा दर्ज होने के बाद भी लगातार बेटी के नम्बर पर संदिग्ध छात्र की ओर से इंटरनेशनल नंबर से अश्लील मैसेज भेजकर टॉर्चर किया जा रहा था। जिसके बाद परिवार ने लखनऊ पुलिस कमिश्नर से मिलकर सुरक्षा की मांग की थी।
‘मामला संवेदनशील, विवेचना पूरी होने तक बनी रहेगी परिवार की सुरक्षा’
मुकदमा दर्ज होने के बाद भी छात्रा को लगातार आ रहे अश्लील मैसेज से परिवार एक तरफ खौफ में जी रहा है। वहीं, लखनऊ के पुलिस कमिश्नर ने मामले को अतिसंवेदनशील बताते हुए जांच टीम को सख्ती के साथ जांच करने के निर्देश दिए हैं। मिली जानकारी के मुताबिक, पीड़ित परिवार को कमिश्नरेट से दिलाई गई सुरक्षा जांच टीम की विवेचना पूरी होने तक बनी रहेगी।