गोविंद चौहान, श्रीनगर
अब आतंकी भी हाईटेक हो गए हैं। आधुनिक सुविधाओं का इस्तेमाल करके आतंकी हरकतों को बढ़ाने में लगे हुए हैं। आतंकियों की तरफ से युवाओं को आतंकवाद में भर्ती करने के लिए अब ऑनलाइन ट्रेनिंग दी जा रही है। एक दिन पहले ही ऐसे मामले का पता चला है। अब पूछताछ में यह निकल कर सामने आया है कि आतंकी कमांडरों की तरफ से अपने मददगारों को इस काम में लगाया गया है। जिससे की आतंकी सुरक्षाबलों की पकड़ से दूर रहकर भी युवाओं को आतंकवाद में भर्ती कर सके।
पूछताछ में सामने आया मामला
जानकारी के अनुसार, अनंतनाग पुलिस ने लश्कर के चार मददगारों को गिरफ्तार किया है। यह चारों युवाओं को आतंकवाद में भर्ती करने के लिए ऑनलाइन ट्रेनिंग देते थे। जब उनकी पूछताछ हुई तो पता चला कि यह मददगार आतंकी कमांडरों के संर्पक में रहते हैं। उनसे मिलने वाली ट्रेनिंग को आगे युवाओं तक पहुंचाते हैं। जिसमें सोशल साइटों के माध्यम से युवाओं से संर्पक किया जाता है। उसके बाद उन्हें ऑनलाइन ट्रेनिंग दी जाती है। उसके बाद जो युवा सामने आकर आतंकी बनना चाहे, फिर उन्हें आगे आतंकी कमांडरों के संर्पक में लाया जाता है। इस तरह से इन दिनों आतंकी संगठन काम करने में लगे हुए हैं।
अब आतंकी भी हाईटेक हो गए हैं। आधुनिक सुविधाओं का इस्तेमाल करके आतंकी हरकतों को बढ़ाने में लगे हुए हैं। आतंकियों की तरफ से युवाओं को आतंकवाद में भर्ती करने के लिए अब ऑनलाइन ट्रेनिंग दी जा रही है। एक दिन पहले ही ऐसे मामले का पता चला है। अब पूछताछ में यह निकल कर सामने आया है कि आतंकी कमांडरों की तरफ से अपने मददगारों को इस काम में लगाया गया है। जिससे की आतंकी सुरक्षाबलों की पकड़ से दूर रहकर भी युवाओं को आतंकवाद में भर्ती कर सके।
पूछताछ में सामने आया मामला
जानकारी के अनुसार, अनंतनाग पुलिस ने लश्कर के चार मददगारों को गिरफ्तार किया है। यह चारों युवाओं को आतंकवाद में भर्ती करने के लिए ऑनलाइन ट्रेनिंग देते थे। जब उनकी पूछताछ हुई तो पता चला कि यह मददगार आतंकी कमांडरों के संर्पक में रहते हैं। उनसे मिलने वाली ट्रेनिंग को आगे युवाओं तक पहुंचाते हैं। जिसमें सोशल साइटों के माध्यम से युवाओं से संर्पक किया जाता है। उसके बाद उन्हें ऑनलाइन ट्रेनिंग दी जाती है। उसके बाद जो युवा सामने आकर आतंकी बनना चाहे, फिर उन्हें आगे आतंकी कमांडरों के संर्पक में लाया जाता है। इस तरह से इन दिनों आतंकी संगठन काम करने में लगे हुए हैं।
कई तरह का लालच दिया जाता है
पुलिस सूत्रों का कहना है कि इन युवाओं को कई तरह से गुमराह करने के लिए ट्रेनिंग दी जाती है। जिसमें उन्हें कई बातों का लालच तक दिया जाता है। कई दिनों तक एक समय पर ऑनलाइन क्लास ली जाती है। जिसमें मददगार कई बार आतंकियों को भी क्लास में शामिल कर लेते हैं।