हाइलाइट्स
- यूपी बीजेपी के चीफ स्वतंत्र देव सिंह ने विपक्षी दलों पर साधा निशाना
- स्वतंत्र देव सिंह ने कहा- अगर हिंदू होना सांप्रदायिक होना है, तो मैं सांप्रदायिक हूं
- कानपुर में आजादी के अमृत महोत्सव में हिस्सा लेने पहुंचे थे यूपी बीजेपी चीफ
यूपी विधानसभा चुनाव 2022 नजदीक आते ही नेताओं के बयानों में पैनापन देखने को मिल रहा है। बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह ने कहा कि यदि हिन्दू होना सांप्रदायिक है तो मैं सांप्रदायिक हूं। वंदे मातरम गाना सांप्रदायिक है तो मैं सांप्रदायिक हूं। राम मंदिर बनाना धारा 370 हटाना सांप्रदायिक है तो मैं सांप्रदायिक हूं। कश्मीरी शरणार्थियों की बात करना सांप्रदायिक है तो मैं सांप्रदायिक हूं। मुझे ये कहने में कोई गुरेज नहीं है।
भारतीय जनता पार्टी देश की 75वें स्वतंत्रता दिवस को आजादी के अमृत महोत्सव के रूप में मना रही है। मंगलवार को प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह अमृत महोत्सव में शामिल होने के लिए कानपुर पहुंचे थे। अमृत महोत्सव में शहीदों के परिजनों के सम्मान का कार्यक्रम आकर्षण गेस्ट हाउस में आयोजित किया गया था।
विवेकानंद के सपनों को साकार कर रहे हैं प्रधनमंत्री
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि स्वामी विवेकानंद ने सपना देखा था कि भारत पुनाः विश्वगुरू बने। उनके सपनों को साकार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कर रहे हैं। भारत का सम्मान पूरी दुनिया में बढ़ रहा है। एक समय में देश को कमजोर भारत के रूप में देखा जाता था। आज भारत को उम्मीद की नजरों से देखा जाता है।
कुछ इस तरह से याद किया पूर्व अटल बिहारी वाजपेयी को
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई को याद करते हुए कहा कि अटल जी ने कहा था कि अंधेरा छटेगा, सूरज निकलेगा और कमल खिलेगा। देश में पहली बार सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरे थे। राष्ट्रपति ने बुलाकर प्रधानमंत्री के रूप में सपथ ग्रहण कराया था। लेकिन सपथ ग्रहण के बाद अटल बिहारी वाजपेई को सदन के अंदर इस्तीफा देना पड़ा। उस वक्त की सभी पार्टियां जो कांग्रेस के खिलाफ एकजुट हुआ करती थीं। उस वक्त बीजेपी के खिलाफ एकजुट हुई थीं। क्यों कि उन्हे मुस्लिम तुष्टिकरण दिखाई दे रहा था। इस लिए उनकी सरकार सदन में गिर गई थी।
कानपुर में कार्यक्रम के दौरान स्वतंत्र देव सिंह