राजधानी दिल्ली और हरियाणा सहित आधा दर्जन राज्यों की पुलिस ने राहत की सांस ली है। इसकी वजह है 7 लाख के इनामी मोस्ट वॉन्टेड बदमाश संदीप काला उर्फ काला जठेड़ी की गिरफ्तारी। लंबे समय से जरायम की दुनिया में सक्रिय काला जठेड़ी का नाम दिल्ली में हुई पहलवान सागर धनखड़ की हत्या के बाद अचानक से सुर्खियों में आया था। जेल में बंद सुशील कुमार ने भी जठेड़ी से जान को खतरा बताया था।
दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, पंजाब, उत्तराखंड में आपराधिक गतिविधियों की वजह से सिरदर्द बन चुका काला जठेड़ी की तलाश काफी समय से पुलिस को थी। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने शुक्रवार को गैंगस्टर काला जठेड़ी को उत्तर प्रदेश के सहारनपुर से धर दबोचा। इसके साथ ही काला की सहयोगी लेडी डॉन अनुराधा को भी गिरफ्तार कर लिया गया है।
काला जठेड़ी से कम नहीं उसकी लिव-इन पार्टनर अनुराधा, सीकर से दिल्ली तक फैली है क्राइम कुंडली
हत्या, फिरौती, प्रॉपर्टी पर कब्जा…दाएं हाथ का खेल
हरियाणा के सोनीपत जिले के जठेड़ी गांव के निवासी काला ने पिछले करीब 15-16 साल के दौरान आपराधिक दुनिया में तेजी से कदम बढ़ाया। हत्या, अपहरण, लूट, फिरौती, जमीन पर कब्जे जैसे कामों में लिप्त काला जठेड़ी के गैंग में सैकड़ों की संख्या में शूटर शामिल हैं। हरियाणा पुलिस ने उस पर घोषित इनाम की राशि को बढ़ाकर 7 लाख कर दिया था। वहीं दिल्ली पुलिस ने भी उस पर मकोका लगा रखा है।
झपटमारी से शुरू कर मोस्ट वॉंटेड बन गया
भारत से बाहर दुबई और मलेशिया में बैठकर गैंग ऑपरेट करने वाला जठेड़ी 12वीं पास है। उसने पहले केबल ऑपरेटर का काम शुरू किया लेकिन जल्द ही जुर्म की दुनिया की तरफ मुड़ गया। साल 2004 में जठेड़ी के खिलाफ झपटमारी का केस दर्ज हुआ था। फिर कुछ साल बाद ही हरियाणा के सांपला और फिर गोहाना में हुई हत्याओं में उसका नाम आ गया और फिर उसने मुड़कर नहीं देखा।
सुशील कुमार ने बताया जान का खतरा
रेसलर से गैंगस्टर बन गए सुशील कुमार ने भी दिल्ली में जमीन की खरीद फरोख्त सहित अन्य काले कामों के लिए जठेड़ी के साथ हाथ मिला लिया था। लेकिन बाद में दोनों में दुश्मनी हो गई। दिल्ली के स्टेडियम में पहलवान सागर धनखड़ की पिटाई के बाद मौत मामले में सुशील गिरफ्तार हो गए। सागर के साथ सोनू महाल नामक शख्स की भी पिटाई हुई थी, जो रिश्ते में काला जठेड़ी का भांजा होने के साथ ही दाहिना हाथ भी माना जाता है।
नीरज बवाना से दुश्मनी, लॉरेंस का साथ
तिहाड़ में बंद कुख्यात नीरज बवाना के दुश्मन काला जठेड़ी के खौफ का आलम क्या है, इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि सुशील ने गिरफ्तारी के बाद उससे जान का खतरा बताया था। जठेड़ी गैंग की नजर दिल्ली-एनसीआर की विवादित संपत्तियों पर रहती है। उसे पंजाब-राजस्थान के कुख्यात लॉरेंस बिश्नोई गैंग का साथ भी हासिल है।
फिल्मी अंदाज में छुड़ा ले गए थे गुर्गे
पिछले साल 2 फरवरी 2020 को गुड़गांव पुलिस संदीप उर्फ काला जठेड़ी को फरीदाबाद अदालत में पेशी के लिए लेकर आई थी। उसे वापस ले जाने के दौरान गुड़गांव मार्ग पर बदमाशों ने पुलिस की बस को घेरकर ताबड़तोड़ गोलियां बरसाकर काला जठेड़ी को छुड़ा लिया था। इस मामले में डबुआ थाने में मुकदमा दर्ज हुआ। तभी से काला जठेड़ी फरार था। नेपाल के रास्ते दुबई निकलने की आशंका जताई गई थी।
पुलिस के हत्थे चढ़ा काला जठेड़ी