नई दिल्ली
भारत और ऑस्ट्रेलिया की नौसेना ने सोमवार से पांच दिवसीय अभ्यास शुरू किया। इसका उद्देश्य स्थिर और सुरक्षित हिंद-प्रशांत क्षेत्र के लिए संयुक्त क्षमता को मजबूत करना है। भारतीय नौसेना के प्रवक्ता कमांडर विवेक मधवाल ने कहा कि ‘ऑसीइंडेक्स’ अभ्यास में दोनों देशों की नौसेना के पोत, पनडुब्बी, हेलीकॉप्टर और लंबी दूरी के समुद्री गश्ती विमान हिस्सा लेंगे। युद्धाभ्यास ऑस्ट्रेलिया के उत्तरी क्षेत्र में हो रहा है।
भारत और ऑस्ट्रेलिया की नौसेना ने सोमवार से पांच दिवसीय अभ्यास शुरू किया। इसका उद्देश्य स्थिर और सुरक्षित हिंद-प्रशांत क्षेत्र के लिए संयुक्त क्षमता को मजबूत करना है। भारतीय नौसेना के प्रवक्ता कमांडर विवेक मधवाल ने कहा कि ‘ऑसीइंडेक्स’ अभ्यास में दोनों देशों की नौसेना के पोत, पनडुब्बी, हेलीकॉप्टर और लंबी दूरी के समुद्री गश्ती विमान हिस्सा लेंगे। युद्धाभ्यास ऑस्ट्रेलिया के उत्तरी क्षेत्र में हो रहा है।
अधिकारी ने बताया, ‘अभ्यास के चौथे संस्करण में छह सितंबर से दस सितंबर तक भारतीय नौसेना के समूह में शिवालिक और कदमात्त पोत शामिल हैं जो पूर्वी नौसेना बेड़े के फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग रियल एडमिरल तरुण सोबती के कमान में हिस्सा ले रहा है।’
रॉयल ऑस्ट्रेलियाई नौसेना (आरएएन) ने एन्जाक श्रेणी के पोत एचएमएएस वार्रामुंगा को तैनात किया है। ऑस्ट्रेलिया के रक्षा विभाग ने बताया कि इन पोतों के साथ ऑस्ट्रेलिया की पनडुब्बी, रॉयल ऑस्ट्रेलियाई वायुसेना (आरएएएफ) का पी-8 एक समुद्री गश्ती विमान, आरएएएफ का लड़ाकू विमान और हेलीकॉप्टर इसमें शामिल हो रहा है।
इसने कहा कि अभ्यास से दोनों देशों की नौसेनाओं के पास ‘स्थिर और सुरक्षित हिंद-प्रशांत क्षेत्र में सहयोग के लिए संयुक्त रक्षा क्षमताओं को मजबूत करने का अवसर होगा।’