हाइलाइट्स
- कोरोना वैक्सीन की पहली डोज लगवाने वालों में मौत का खतरा 96.6 फीसदी कम
- जिनको वैक्सीन की दोनों डोज लग चुकी है उनमें मौत का खतरा 97.5 फीसदी कम
- स्वास्थ्य मंत्रालय के सचिव ने कहा- कुछ दिनों के लिए संक्रमण दर बढ़ना तीसरी लहर की शुरुआत नहीं
कोरोना की दूसरी लहर अभी खत्म नहीं हुई है और तीसरी लहर की आशंका बनी हुई है। त्योहारों का सीजन आने से चिंता और बढ़ गई है। ऐसे में सरकार की कोशिश है कि ज्यादा से ज्यादा लोगों का टीकाकरण किया जा सके। इस बीच भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) के महानिदेशक डॉ. बलराम भार्गव ने बताया कि कोरोना वैक्सीन लेने वालों में मौत का खतरा 97.5 फीसदी तक कम हो जाता है।
दोनों डोज लगने पर मौत का खतरा 97.5 फीसदी कम
ICMR के महानिदेशक डॉ. बलराम भार्गव ने कहा कि जिन लोगों ने अभी तक कोरोना की वैक्सीन नहीं लगवाई है, उन्हें जल्दी ही इसे लगवा लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि कोरोना वैक्सीन की पहली डोज लेने वालों में मौत का खतरा 96.6 फीसदी तक कम हो जाता है। वहीं, जिन्होंने वैक्सीन की दोनों डोज लगवा ली है, उनमें मौत का खतरा 97.5 फीसदी तक कम हो जाता है।
आंकड़ों पर नजर रखने के लिए वैक्सीन ट्रैकर
डॉ. बलराम भार्गव ने बताया कि वैक्सीन, टेस्टिंग और ट्रीटमेंट के आंकड़ों पर नजर रखने के लिए एक वैक्सीन ट्रैकर तैयार किया गया है। उन्होंने कहा कि इसके माध्यम से 15 मार्च के बाद से वैक्सीन लगाने वालों, टेस्ट कराने वालों और अस्पताल में इलाज कराने वालों पर रियल टाइम नजर रखी जा रही है। इसके माध्यम से यह पता चलता रहता है कि टेस्टिंग में कोरोना पाजिटिव होने वालों में कितने लोगों ने एक डोज और कितने ने दोनों डोज ली थीं। इनमें से कितने लोगों को अस्पताल में भर्ती कराने की जरूरत पड़ी और उनमें से कितने की मौत हो गई।
18 साल से ऊपर 58 फीसदी को पहली डोज लगी
देश में वैक्सीनेशन का ताजा अपडेट देते हुए स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कहा कि 18 साल से अधिक उम्र के 58 फीसदी लोगों को कम से कम एक डोज दी जा चुकी है। वहीं, 18 फीसदी को दोनों डोज मिल चुकी है। इसी तरह फ्रंटलाइन वर्कर्स में 100 फीसदी को पहली डोज और 80 फीसदी को दोनों डोज दी जा चुकी है। हेल्थकेयर वर्कर्स की बात करें तो 99 फीसदी को एक डोज और 84 फीसदी को दोनों डोज लग चुकी है।
अभी तीसरी लहर की शुरुआत नहीं
केरल के बाहर कुछ स्थानों पर संक्रमण की दर बढ़ने के बारे में पूछे जाने पर स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कहा कि कुछ दिनों के लिए संक्रमण दर बढ़ने को तीसरी लहर की शुरुआत नही माना जा सकता है। देश में अभी तक कोरोना की दूसरी लहर खत्म नहीं हुई है और हम अभी उसके बीच में ही हैं। उनके अनुसार देश के 35 जिले ऐसे हैं, जिनमें संक्रमण की दर 10 प्रतिशत से अधिक बनी हुई है, वहीं 30 जिलों में यह 5 से 10 प्रतिशत के बीच में है।