नई दिल्ली
मेघालय में हिंसा के बीच बीजेपी नेता ने कहा कि मेघालय सरकार को सभी ग्रुपों से बातचीत के लिए एक कमिटी बनानी चाहिए। बीजेपी के राष्ट्रीय सचिव एम. चूबा आओ ने कहा कि लोग सड़कों पर हैं और हिंसा को बढ़ने से रोकना जरूरी है। उन्होंने कहा कि बातचीत ही समाधान हैं और बातचीत के लिए कमिटी बनाई जाए।
एम. चूबा बीजेपी के मेघालय इंचार्ज भी हैं और मेघालय में बीजेपी भी सत्ता में शामिल है। बीजेपी नेता ने कहा कि प्रतिबंधित हाइनीवट्रेप नैशनल लिबरेशन काउंसिल (HNLC) के पूर्व महासचिव चेस्टरफील्ड थांगखियू को गोली मारने के मामले की न्यायिक जांच होनी चाहिए। बीजेपी नेता ने कहा कि यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। स्थिति काफी खराब हो रही है और सरकार को कर्फ्यू लगाना पड़ा। लेकिन कर्फ्यू कब तक लगाया जा सकता है। यह राज्य सरकार की नैतिक जिम्मेदारी है। राज्य के गृहमंत्री ने इस्तीफा दिया, यह सही किया। लेकिन स्थिति अभी भी तनावपूर्ण है। बातचीत करना बेहद जरूरी है नहीं तो हालात ठीक नहीं होंगे।
मेघालय में हिंसा के बीच बीजेपी नेता ने कहा कि मेघालय सरकार को सभी ग्रुपों से बातचीत के लिए एक कमिटी बनानी चाहिए। बीजेपी के राष्ट्रीय सचिव एम. चूबा आओ ने कहा कि लोग सड़कों पर हैं और हिंसा को बढ़ने से रोकना जरूरी है। उन्होंने कहा कि बातचीत ही समाधान हैं और बातचीत के लिए कमिटी बनाई जाए।
एम. चूबा बीजेपी के मेघालय इंचार्ज भी हैं और मेघालय में बीजेपी भी सत्ता में शामिल है। बीजेपी नेता ने कहा कि प्रतिबंधित हाइनीवट्रेप नैशनल लिबरेशन काउंसिल (HNLC) के पूर्व महासचिव चेस्टरफील्ड थांगखियू को गोली मारने के मामले की न्यायिक जांच होनी चाहिए। बीजेपी नेता ने कहा कि यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। स्थिति काफी खराब हो रही है और सरकार को कर्फ्यू लगाना पड़ा। लेकिन कर्फ्यू कब तक लगाया जा सकता है। यह राज्य सरकार की नैतिक जिम्मेदारी है। राज्य के गृहमंत्री ने इस्तीफा दिया, यह सही किया। लेकिन स्थिति अभी भी तनावपूर्ण है। बातचीत करना बेहद जरूरी है नहीं तो हालात ठीक नहीं होंगे।
मेघालय में दो दिनों से तनाव है। रविवार रात मेघालय के मुख्यमंत्री कोनराड के. संगमा के आवास पर भी पेट्रोल बम से हमला हुआ। मेघालय के गृह मंत्री लखमेन रिंबुई ने भी पूर्व उग्रवादी मामले में हुई हिंसा के बीच इस्तीफा दे दिया है। राज्य में कर्फ्यू लगा हुआ है जो मंगलवार सुबह तक रहेगा। थांगखियू की मौत के बाद उनके परिवार वालों ने आरोप लगाया कि पुलिस ने उनकी निर्मम हत्या की है।
पूर्व उग्रवादी नेता ने अक्टूबर 2018 में आत्मसमर्पण किया था। सूत्रों के मुताबिक प्रतिबंधित संगठन HNLC से बातचीत कर स्थाई समाधान निकालने की पहले कोशिशें हु़ई हैं लेकिन संगठन राज्य सरकार से बातचीत के लिए तैयार नहीं है, वह राज्य सरकार की बजाय केंद्रीय स्तर पर बातचीत करना चाहते हैं।