कोरोना संकट (Coronavirus Crisis) के मद्देनजर देशभर में काफी समय से स्कूल बंद चल रहे थे। हालांकि, अब संक्रमण के मामलों में गिरावट के बाद 16 अगस्त से बिहार में सभी स्कूल खुल गए (Bihar School Open News) हैं। पहली कक्षा से लेकर 12वीं तक के स्टूडेंट्स स्कूल जाने लगे हैं। हालांकि, स्कूल खुलने के बाद बेगूसराय से ऐसी खबर सामने आई, जिसे सुनकर हर कोई दंग रह गया। दरअसल, यहां बड़ी लापरवाही सामने आई, जिसमें तीन बच्चे स्कूल में ही रह गए और शिक्षक गेट में ताला लगाकर घर चले गए।
बेगूसराय के स्कूल में शिक्षकों का लापरवाही भरा रवैया
जरा सोचिए कि बच्चे स्कूल में हों और शिक्षक इस तरह से लापरवाही भरे रवैये के साथ उनको स्कूल में बंद करके चले जाएं तो उनका क्या हाल होगा? वो भी तब जबकि इन बच्चों की उम्र बेहद कम हो। ये चौंकाने वाला मामला बेगूसराय के के सदर प्रखंड स्थित लखनपुर उत्क्रमित मध्य विद्यालय में सामने सामने आया। इस घटना ने स्कूल प्रशासन के रवैये पर सवाल खड़े कर दिए। स्कूल में फंसे तीनों बच्चे रोते-बिलखते रहे और काफी देर तक निकलने की कोशिश करते रहे, लेकिन उनकी सुनने वाला कोई नहीं था।
तीन बच्चों को स्कूल में बंद कर घर चले गए शिक्षक
इसी बीच बच्चों के रोने की आवाज पर वहां स्थानीय लोग जुट गए। तुरंत ही मामले ने तूल पकड़ा और सूचना स्कूल के शिक्षकों को दी गई। जिसके बाद किसी तरह से ये बच्चे स्कूल से बाहर निकल सके। पूरा घटनाक्रम 17 अगस्त का बताया जा रहा है। बच्चों के स्कूल में फंसे होने के दौरान फूट-फूटकर रोने का वीडियो भी वायरल हो रहा है। वहीं स्कूल प्रशासन से जब इस बारे में बात की गई तो उन्होंने कहा कि जांच के बाद ही गेट बंद किए। लेकिन ये तीन बच्चे स्कूल में रह गए ये स्पष्ट नहीं हो सका।
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बच्चों के रोने से हुआ खुलासा, फिर ऐसे निकल सके मासूम
दूसरी ओर, इस घटनाक्रम को लेकर स्कूल के प्रधानाचार्य ने बताया कि जिस दिन की ये घटना है उस दिन स्कूल निर्धारित समय पर ही बंद किया गया। पहले बच्चों को घर जाने दिया गया। जब सभी बच्चे घर चले गए तो शाम करीब 4 बजे के बाद शिक्षकों ने स्कूल की जांच के बाद गेट बंद किया। उन्होंने आशंका जताई कि शायद खेलते हुए ये बच्चे स्कूल में आ गए होंगे और शिक्षकों को पता नहीं चल सका। उन्होंने कहा कि इन बच्चों के नाम भी स्कूल में दर्ज नहीं हैं। फिलहाल स्कूल में इन बच्चों के इस तरह से फंसने के बाद कई तरह के सवाल जरूर उठ गए हैं।