हाइलाइट्स
- प्रवर्तन निदेशालय ने शिवसेना सांसद भावना गवली पर की कार्रवाई
- यवतमाल-वाशिम चुनाव क्षेत्र से शिवसेना सांसद हैं भावना गवली
- उनके कई ठिकानों पर ईडी की छापेमारी शुरू है
- ईडी ने अनिल परब को नोटिस भेजकर अदालत में हाज़िर रहने का आदेश दिया है
शिवसेना नेता अनिल परब (Anil Parab) को नोटिस भेजने के बाद प्रवर्तन निदेशालय ने एक और शिवसेना नेता पर अपनी कार्रवाई शुरू की है। सूत्रों के मुताबिक यवतमाल से शिवसेना सांसद भावना गवली (MP Bhavana Gawali) के पांच ठिकानों पर ईडी ने छापेमारी शुरू की है। बीजेपी (BJP) ने भावना गवली पर सौ करोड़ रुपए के घोटाले का आरोप लगाया था और इस बाबत प्रवर्तन निदेशालय में शिकायत भी की थी। ईडी ने भावना गवली के वाशिम और यवतमाल स्थित दफ्तरों पर रेड डाली है। इस छापेमारी को लेकर ईडी की कई टीम वाशिम में दाखिल हुई हैं।
वाशिम जिला में रिसोड के पास यह रेड की कार्रवाई शुरू होने की जानकारी सामने आ रही है। रिसोड में उत्कर्ष प्रतिष्ठान, बालाजी सहकारी पार्टिकल बोर्ड, बीएमएस कॉलेज, भावना एग्रो प्रोडक्ट सर्विस लिमिटेड इन कंपनियों पर ईडी रेड की बात सामने आ रही है।
बिना नोटिस के रेड
शिवसेना के सांसद भावना गवली ने बीजेपी पर बदले की भावना से काम करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि मुझे प्रवर्तन निदेशालय की तरफ से कोई भी नोटिस नहीं आया था बिना नोटिस के ईडी ने यह रेड की कार्रवाई की है।
क्या है मामला
श्री बालाजी पार्टिकल बोर्ड नाम का भावना गवली का एक कारखाना है। इस कारखाने के लिए राष्ट्रीय सहकार महामंडल ने 29 करोड़ वहीं राज्य सरकार ने 14 करोड़ का अनुदान दिया था। हालांकि 43 करोड़ रुपए का अनुदान लेने के बाद भी भावना गवली ने यह कारखाना शुरू नहीं किया। इसके उलट 7 करोड़ रुपए मूल्य दिखाकर उन्होंने यह कारखाना एक दूसरी संस्था को बेच दिया। इसी घोटाले के प्रकरण में भावना गवली ने सीए उपेंद्र मुले पर गलत रिपोर्ट बनाने का दबाव भी डालने का आरोप है।
कौन हैं भावना गवली
भावना गवली विदर्भ में शिवसेना की ताकतवर सांसद मानी जाती हैं। 2019 में वे पांचवी बार सांसद चुनकर आई थीं। यवतमाल- वाशिम लोकसभा चुनाव क्षेत्र से जीत दर्ज करने वाली भावना ने तेजी से अपने पैर जमाये हैं।
भावना गवली की राजनितिक जीवन
छोटी उम्र से ही राजनीति उतरने वाली भावना गवली ने मात्र 24 साल की उम्र में लोकसभा में प्रवेश किया था। जिसके बाद उन्होंने 2004, 2009, 2014 और 2019 में लगातार पांचवीं बार लोकसभा चुनाव में जीत दर्ज की है। बीते 20-22 सालों में भावना गवली ने यवतमाल और वाशिम इलाके में पानी समेत अन्य समस्याओं का निदान प्रभावी रूप से किया है।
अनिल परब को ईडी का नोटिस
महाराष्ट्र सरकार के परिवहन मंत्री अनिल परब को भी प्रवर्तन निदेशालय ने नोटिस भेजकर 31 अगस्त को कार्यालय में हाजिर रहने का आदेश दिया है। अनिल परब से भी अनिल देशमुख के मामले में पूछताछ की जानी है। ईडी के नोटिस के बाद सोमवार को परब संजय राउत से मुलाकात करने जाने वाले हैं।
शिवसेना सांसद भावना गवली के पांच ठिकानों पर ईडी की छापेमारी