बेनेट यूनिवर्सिटी ने बेहद कम समय में अपनी अलग जगह बनाई है। आज इसकी गिनती देश के कुछ जाने-माने शिक्षण संस्थानों में है। रविवार को यूनिवर्सिटी का तीसरा दीक्षांत समारोह सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। समारोह में केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान सहित देश की कई जानी-मानी शख्सियतों ने शिरकत की। सभी ने एक सुर में यूनिवर्सिटी को बेजोड़ करार दिया।
दीक्षांत समारोह में बायोकॉन की संस्थापक किरण मजूमदार शॉ ने कहा कि 2016 में अपनी स्थापना के साथ से ही बेनेट यूनिवर्सिटी ने इनोवेशन और आंत्रप्रेन्योरशिप के गहरे माहौल के साथ क्वॉलिटी एजुकेशन प्रदान करने में निश्चित तौर पर बड़ी अहम भूमिका निभाई है।
सुरेश नारायणन ने कहा कि मेरे अपने करियर ने मुझे 4C की अहमियत के बारे में बताया- करेक्टर, यह आपका करेक्टर ही है जो कठिन से कठिन परिस्थितियों में आपकी ताकत बनता है। दूसरा कंपिटेंस यानी काबिलियत। तीसरा क्रेडिबिलिटी यानी विश्वसनीयता और चौथा है कंपैसन या करुणा। इस गुण वाला लीडर ही आज अपने परिवार को, खुद और अपने कर्मचारियों को सुरक्षित आधार प्रदान कर सकता है।
बेनेट यूनिवर्सिटी का तीसरा दीक्षांत समारोह रविवार को ऑनलाइन आयोजित हुआ। इसमें केंद्रीय मंत्री धमेंद्र प्रधान के साथ देश की कई नामचीन हस्तियां शामिल हुईं। बायोकॉन की एग्जीक्यूटिव चेयरपर्सन डॉ किरण मजूमदार शॉ और नेस्ले इंडिया के चेयरमैन व एमडी सुरेश नारायणन कार्यक्रम में ‘गेस्ट ऑफ ऑनर’ के तौर पर मौजूद रहे। वहीं, NASSCOM की प्रेसीडेंट देबजनी घोष ने ‘स्पेशल गेस्ट’ के रूप में मौजूदगी दर्ज कराई। यूनिवर्सिटी के चांसलर विनीत जैन ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की। वही, वाइस चांसलर डॉ प्रभु अग्रवाल ने यूनिवर्सिटी की एनुअल रिपोर्ट प्रजेंट की।