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नई दिल्ली
भारतीय स्टूडेंट को वीजा देने के मामले में इस बार अमेरिका ने नया रेकॉर्ड बनाया है। अमेरिका ने कहा कि इस साल कोविड महमारी के बावजूद यह रेकॉर्ड बनाया और लगभग 55 हजार स्टूडेंट को वीजा दिया गया जो अमेरिका इस साल पढ़ने जा रहे हैं। अमेरिकी विदेश दूतावास की ओर से जारी बयान के अनुसार हर दिन सैकड़ों स्टूडेंट को वीजा दिया जा रहा है।

अमेरिकी प्रशासन की ओर से अधिक स्टूडेंट को अपने यहां जाने के लिए वीजा देेने की पहल ऐसी समय में हुई है, जब पिछले कुछ सालों से वीजा पर सख्ती की लगातार खबरें आ रही थीं। भारत में अमेरिका के राजदूत अतुल केशप ने कहा कि अमेरिका में पढ़ाई से न सिर्फ भारतीय स्टूडेंट को ग्लोबल स्तर पर समझ को विस्तार देने में मदद होती है बल्कि इससे अमेरिका को भी इनकी प्रतिभा का लाभ होता है। यह दोनों देशों के रिश्तों को भी मजबूत करता है।

दो महीने देर से शुरू हुआ वीजा देना
इस साल कोविड के दूसरी लहर के कारण स्टूडेंट वीजा देने का काम मई की जगह 2 महीने की देरी से जुलाई में यह शुरू हुआ। अमेरिकी दूतावास के अधिकारियों के अनुसार दो महीने की देर होने से आवेदन का दबाव जरूर बढ़ गया था, लेकिन हर दिन एक घंटे अतिरिक्त काम कर न सिर्फ सारे आवेदन निबटए गए ,बल्कि इस साल नया रेकार्ड बना दिया गया। अमेरिका में लगभग 4500 शैक्षणिक संस्थानों में एडमिशन के लिए भारत के स्टूडेंट को वीजा दिये जाते हैं।

स्टूडेंट के लिए खास एजुकेशन मेला का आयोजन
अमेरिक में भारतीय स्टूडेंट को तरजीह देने की पहल को आगे बढ़ाते हुए अमेरिका ने अगले पंद्रह दिनों के अंदर दो एजुकेशन मेला आयोजित करने का फैसला लिया है। 27 अगस्त को ग्रेजुएट स्टूडेंट और 3 सितंबर अंडर ग्रेजुएट स्टूडेंट के लिए वर्चुअल तरीके से होने वाले इस एजुकेशन मेले में अमेरिका में अलग-अलग यूनिवर्सिटी और वहां पढ़ाई की संभावना के बारे में बताया जाएगा और स्टूडेंट के सवालों के जवाब दिए जाएंगे। अमेरिका इस तरह का पहला आयोजन भारत के स्टूडेंट के लिए कर रहा है।

गौरतलब है कि अमेरिका में भारत के कुल स्टूडेंट की संख्या 20,2014 है। अमेरिका में ग्रैजुएट की पढ़ाई करने वाले विदेशी स्टूडेंट की तादाद में भारत का स्थान दूसरा है और अंडर ग्रैजुएट स्टूडेंट की तादाद में तीसरे नंबर पर है। भारत से अधिक सिर्फ चीन के स्टूडेंट अमेरिका जा रहे हैं। अमेरिकी प्रशासन ने हाल ही में ऐलान किया था कि भारतीय स्टूडेंट की मदद के लिए हैदराबाद में नया सेंटर खोला जाएगा और उसके बाद और भी दूसरे शहरों में इसका विस्तार होगा।

अभी भारत में अमेरिका की ओर से नई दिल्ली, हैदरबाद, चेन्नै, कोलकाता, बेंगलुरु, अहमदाबाद और मुंबई में केंद्र खोले गए हैं। सोमवार को भारतीय स्टूडेंट के लिए एक अलग से ऐप भी जारी किया गया।



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