हाइलाइट्स
- काबुल से ‘रूबी’,’माया’ और ‘बॉबी’ भी दिल्ली पहुंचे
- तीनों अफगानिस्तान में भारतीय एंबेसी के रक्षक थे
- मंगलवार को ग्लोबमास्टर विमान 120 लोगों को लेकर पहुंचा था भारत
तालिबान के कब्जे के बाद अफगानिस्तान से रूबी, माया और बॉबी भी भारत आ चुके हैं। गाजियाबाद के हिंडन एयरबेस पर तीनों उतरे। करीब तीन साल बाद भारत की सरजमीं पर उन्होंने कदम रखे। तीनों अफगानिस्तान में भारतीय एंबेसी के रक्षक थे। तीनों ट्रेंड डॉगी हैं। तीन साल भारतीय एंबेसी में रहते हुए वे पूरी तरह मुस्तैद रहे। अब दिल्ली स्थित आईटीबीपी के छावला कैंप में रहेंगे।
सूत्रों ने बताया कि रूबी, माया और बॉबी ने काबुल में रहकर कई बार विस्फोटक को सूंघकर पहचान की। एंबेसी एरिया से बखूबी वाकिफ थे। इन तीनों ने अदम्य साहस और होशियारी से दूतावास पर कोई अप्रिय घटना कामयाब नहीं होने दी। काबुल में दूतावास से आईटीबीपी जवानों की टुकड़ी के साथ ही तीनों को भारत लाया गया। तीन साल के बाद भारत आने पर कुछ दिन उन्हें यहां के माहौल के हिसाब से ढाला जाएगा। इसके बाद नई तैनाती दी जाएगी।
भारतीय वायुसेना पिछले कई दिन से अफगानिस्तान से राजनयिकों और दूसरे लोगों को निकालने में जुटी है। इसी कड़ी में मंगलवार को काबुल से एयरफोर्स का ग्लोबमास्टर विमान 120 लोगों को लेकर पहुंचा था। तीनों सबसे पहले जामनगर एयरबेस पर कुछ देर रुके। उसके बाद गाजियाबाद के हिंडन आईएएफ बेस पर उतरे।