छटपटाहट का वो मंजर दुनिया शायद ही भूल पाएगी। काबुल पर तालिबान के कब्जे के बाद वहां से निकलने की नाकाम कोशिश में कई लोगों ने जान गंवाई थी। यह दुर्घटना सोमवार को काबुल एयरपोर्ट पर हुई थी। अमेरिका के सी-17 मालवाहक विमान के उड़ान भरने के दौरान अफगानिस्तान छोड़कर जाने की जल्दबाजी में सैकड़ों अफगानों के विमान में चढ़ने की कोशिश के दौरान यह घटना हुई थी। सोशल मीडिया में भी इसकी तस्वीरें खूब वायरल हुई थीं। विमान के टेक ऑफ करते ही लोगों के उससे गिरने की तस्वीरों ने दिल दहला दिया था। अब इनमें से कुछ लोगों की पहचान हो रही है।
सालेक के घर की छत पर गिरे दो शव
वहीं, दो लोगों के शव वली सालेक के घर की छत पर गिरे थे। इनमें से एक की पहचान शफीउल्ला होतक के तौर पर हुई है। वह डॉक्टर थे। जेब में मिले बर्थ सर्टिफिकेट से इसका खुलासा हुआ। दूसरे व्यक्ति की पहचान फिदा मोहम्मद के रूप में हुई है। दोनों की उम्र 30 साल से कम थी।
49 साल के वली सालेक सिक्योरिटी गार्ड हैं। उन्होंने बताया कि वह काबुल में अपने परिवार के साथ घर पर थे, जब छत पर से तेज आवाज आई। यह आवाज किसी ट्रक टायर के फटने जैसी थी। छत पर दो शव देखकर उनके होश उड़ गए। उनकी पत्नी तो यह मंजर देख बेहोश होकर गिर पड़ीं। सालेक का घर एयरपोर्ट से 4 किमी दूर है। ये दोनों शख्स उन सैकड़ों लोगों में शामिल थे जो अमेरिकी एयरफोर्स के सी-17 विमान के पहियो से लटककर अफगानिस्तान छोड़ना चाहते थे। गिरने पर दोनों शवों के अंग-भंग हो गए थे।
दुनियाभर में वायरल हुई थीं तस्वीरें
तालिबान के अफगानिस्तान पर कब्जे के बाद काबुल एयरपोर्ट पर बेकाबू भीड़ की तस्वीरें और वीडियो क्लिप्स दुनियाभर में वायरल हुई थीं। इनमें लोगों को अमेरिकी प्लेन के साथ रनवे पर दौड़ते हुए देखा जा सकता है। कुछ विमान के पंखों से लटक गए थे। किसी भी तरह से अफगानिस्तान से निकलने की फिराक में वे सुधबुध गंवा बैठे थे। सी-17 ग्लोबमास्टर III काबुल हवाई अड्डे पर निकासी के प्रयासों के लिए उपकरण देने के लिए उतरा था।
अमेरिकी वायुसेना ने बताया कि माल उतारने से पहले विमान के आसपास सैकड़ों अफगान असैन्य नागरिक जमा हो गए जिन्होंने सुरक्षा मानकों का उल्लंघन किया। सुरक्षा स्थिति बिगड़ती जा रही थी। लिहाजा, चालक दल ने विमान को वहां से ले जाने का फैसला किया। इस पूरे मामले की जांच चल रही है।