हाइलाइट्स
- कोर्ट परिसर में गैंगवार में मारा गया जितेंद्र गोगी
- टिल्लू गैंग से जुड़े दोनों हमलावर भी पुलिस एनकाउंटर में ढेर
- दिल्ली को रोहिणी कोर्ट की घटना, इलाके में हड़कंप
राजधानी दिल्ली में आज दिनदहाड़े रोहिणी कोर्ट परिसर में फायरिंग से हड़कंप मच गया। किसी को कुछ समझ में नहीं आया कि हुआ क्या है। कोर्ट में हुई इस गैंगवार में गैंगस्टर जितेंद्र गोगी की मौत हो गई। उसे तिहाड़ जेल से कोर्ट में पेशी के लिए लाया गया था। बताया जा रहा है कि गोगी के विरोधी सुनील मान उर्फ टिल्लू ताजपुरिया गैंग के दो हमलावरों ने उसे गोलियों से छलनी कर दिया।
बताया जा रहा है कि दोनों हमलावर वकील की ड्रेस में आए थे और उन्होंने गोगी को देखते हुए गोलियां बरसानी शुरू कर दीं। समझा जा रहा है कि काला कोट और काली पैंट पहने होने के कारण उन्हें कोर्ट में आसानी से एंट्री मिल गई। बाद में गोलियों की तड़तड़ाहट से स्पेशल सेल के जवान ऐक्शन में आ गए और दोनों हमलावरों को मौके पर ही मार गिराया।
कोर्ट परिसर में फायरिंग की घटना का 16 सेंकेड का एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें स्पेशल सेल के जवान को मोर्चा संभालते देखा जा सकता है। गोलियों की आवाज सुनते ही वकील और दूसरे लोग- जो जहां था वहीं पर थम गया। कोर्ट नंबर 217, जज गगनदीप सिंह की कोर्ट में फायरिंग हुई है।
कौन था जितेंद्र गोगी
जितेंद्र गोगी वही शख्स है जिसके बारे में इसी साल पता चला था कि वह जेल की सलाखों के पीछे बैठ कर अपना गैंग चला रहा था। अलीपुर दिल्ली का रहने वाले गोगी पर हत्या, लूटपाट, जमीन कब्जाने जैसे मामले दर्ज हैं। 2016 में उसे गिरफ्तार किया गया था तो वह तीन महीने में ही कस्टडी से फरार हो गया था। एक समय उस पर चार लाख रुपये का इनाम रखा गया था। हरियाणा पुलिस ने भी 2 लाख का इनाम घोषित कर रखा था। बाद में उसे दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने गिरफ्तार कर लिया था।
कॉलेज के समय से चल रही थी दुश्मनी
टिल्लू ताजपुरिया और जितेंद्र गोगी दोनों ही दिल्ली यूनिवर्सिटी के श्रद्धानंद कॉलेज के स्टूडेंट थे। कॉलेज के समय से ही दोनों के बीच दुश्मनी शुरू हो गई। आगे यह इतनी बढ़ गई कि पिछले 3-4 वर्षों में 20 से ज्यादा गैंगवार हुई, जिसमें कई लोगों की जान चली गई। दिल्ली के बुराड़ी इलाके में भी इन दोनों गैंग के बीच फायरिंग हुई थी, जिसमें तीन लोगों की जान चली गई थी।
अब रोहिणी कोर्ट में हुए इस गैंगवार के बाद सवाल उठ रहे हैं कि कोर्ट परिसर में हमलावर हथियार लेकर कैसे दाखिल हो गए। कोर्ट की सुरक्षा पर सवाल उठ रहे हैं।