हाइलाइट्स
- दिव्यांग जनों को वैक्सीन लेने के लिए सेंटरों तक नहीं आना पड़ेगा
- 18+ आयु वर्ग के 66% लोगों ने कम से कम एक डोज प्राप्त की
- वैक्सीन की पहली डोज अब तक लगभग 62 करोड़ लोगों को मिल गई
केंद्र सरकार ने वैक्सीनेशन को और ज्यादा गति देने के लिए एक और बड़ा ऐलान किया है। नीति आयोग के सदस्य डॉ वीके पॉल ने बताया कि दिव्यांग जनों को वैक्सीन लेने के लिए सेंटरों तक नहीं आना पड़ेगा। इसके लिए एक व्यवस्था की गई है। उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों को वैक्सीन की डोज उनके घरों में दी जाएगी।
यह बेहद महत्वपूर्ण मील का पत्थर
डॉ वीके पॉल ने कहा कि जो लोग किसी कारण से सेंटर तक आकर वैक्सीन की डोज लेने में असमर्थ है उनके लिए एक प्रावधान किया गया है। उनको मानक संचालन प्रक्रिया (SOP) के अनुसार घरों में वैक्सीन की डोज लगेगी। उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि लगभग 2/3 वयस्क आबादी को कोविड वैक्सीन की एक डोज लग गई है। 18+ आयु वर्ग के 66% लोगों ने कम से कम एक डोज प्राप्त की, लगभग एक चौथाई वयस्क आबादी ने दोनों डोज प्राप्त की है, यह एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है।
सबसे ज्यादा सक्रिय मामले केरल में
स्वास्थ्य मंत्रालय के सचिव राजेश भूषण ने कहा कि कोविड वैक्सीन की पहली डोज अब तक लगभग 62 करोड़ लोगों को मिल गई, दूसरी डोज साढ़े 21 करोड़ लोगों को मिली है। 99% स्वास्थ्यकर्मियों को पहली डोज और 84% को दूसरी डोज मिली है। फ्रंटलाइन वर्कर्स में पहली डोज 100% और 80% लोगों को दूसरी डोज़ मिली। उन्होंने बताया कि कोविड सक्रिय मामलों की संख्या घटी है। इस वक्त देश में 3,01,000 सक्रिय मामले हैं। रिकवरी दर 97.8% है, यह दर लगातार बढ़ रही है। इस वक्त 1 लाख से ज्यादा कोविड सक्रिय मामले केरल में हैं, 40,000 से ज्यादा मामले महाराष्ट्र में है।