हाइलाइट्स
- ब्रह्म मोहिंदरा का पंजाब के डेप्युटी सीएम पोस्ट से आखिरी समय में पत्ता कट गया
- माना जा रहा है कि ब्रह्म मोहिंदरा को कैप्टन का करीबी होने की सजा मिली है
- मोहिंदरा की जगह ओपी सोनी ने सुखजिंदर रंधावा के साथ डेप्युटी सीएम की शपथ ली
पंजाब में मुख्यमंत्री पद का मसला सुलझने के बाद भी सियासी उठापटक जारी है। प्रदेश के उपमुख्यमंत्री पद के सबसे प्रबल दावेदार रहे ब्रह्म मोहिंदरा का अंतिम समय में पत्ता कट गया। माना जा रहा है कि उन्हें पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह से नजदीकी का खामियाजा भुगतना पड़ा है। ब्रह्म मोहिंदरा पंजाब कैबिनेट के सबसे वरिष्ठ मंत्री हैं। साथ ही हिंदू चेहरा होने के नाते से भी वह उपमुख्यमंत्री पद के प्रबल दावेदार माने जा रहे थे।
कैप्टन अमरिंदर सिंह के इस्तीफे के बाद से ही पंजाब की सियासत में लगातार हलचल मची है। पहले सीएम पद को लेकर सुखजिंदर सिंह रंधावा का नाम सामने आया लेकिन बाद में पार्टी हाईकमान ने फैसला बदलते हुए चरणजीत सिंह चन्नी को सीएम मनोनीत कर दिया। यह मामला सुलझा ही था कि डेप्युटी सीएम को लेकर भी खींचतान चलती रही। सोमवार को चरणजीत सिंह चन्नी के शपथ ग्रहण तक दो नाम डेप्युटी सीएम के लिए आगे चल रहे थे। इसमें सुखजिंदर सिंह रंधावा के अलावा ब्रह्म मोहिंदरा का नाम शामिल था लेकिन अंतिम समय में बाजी पलट गई और डेप्युटी सीएम के लिए रंधावा के साथ ओपी सोनी ने शपथ ले लिया।
कैप्टन का करीबी होने की चुकाई कीमत
मोहिंदरा पूर्व सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह के करीबी माने जाते हैं। बताते हैं कि मोहिंदरा कभी कैप्टन के धुर विरोधी हुआ करते थे लेकिन साल 2017 के विधानसभा चुनाव के बाद वह कैप्टन के करीब आए। यह करीबी इतनी बढ़ गई कि उन्होंने कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किए गए नवजोत सिंह सिद्धू से भी तब तक मिलने से इनकार कर दिया जब तक कि वह कैप्टन से अपने सारे मसले नहीं सुलझा लेते।
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मोहिंदरा ने नवजोत सिंह सिद्धू को प्रदेश कांग्रेस का प्रमुख बनाए जाने का स्वागत तो किया था लेकिन साथ ही यह भी कहा था कि वह सिद्धू से तब तक व्यक्तिगत मुलाकात नहीं करेंगे जब तक कि वह (तत्कालीन) मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह से अपने सारे मसले नहीं सुलझा लेते। हालिया परिदृश्य में डेप्युटी सीएम के लिए मोहिंदरा का नाम सामने आने के बाद माना जा रहा था कि पार्टी ने नाराज कैप्टन को खुश करने के लिए यह दांव चला है लेकिन अब लगता है कि मोहिंदरा का पत्ता काटकर पार्टी ने उन्हें कोई ‘सख्त’ संदेश देने की कोशिश की है। हालांकि, यह प्रदेश कांग्रेस में सिद्धू के बढ़ते प्रभाव तो भी इंगित करने वाला घटनाक्रम है।
कौन हैं मोहिंदरा?
पंजाब के लुधियाना में जन्में ब्रह्म मोहिंदरा सूद कम्युनिटी से आते हैं। हालांकि, अपनी राजनैतिक भूमिका में वह पटियाला के आसपास ज्यादा ऐक्टिव रहे हैं। वह 8 बार से कांग्रेस के टिकट पर विधायक बने हैं। फिलहाल, वह पटियाला ग्रामीण विधानसभा से विधायक हैं। मोहिंदरा न सिर्फ मंझे हुए राजनेता हैं बल्कि उनके पास प्रशासनिक अनुभव भी काफी है। कैप्टन सरकार में वह स्थानीय निकाय विभाग देखते थे।
ब्रह्म मोहिंदरा