ये हमारे बीच रहते हैं। हमसे बात करते हैं। हिलते-मिलते हैं। कारोबार करते हैं। फिर एक दिन पता लगता है कि इन्हें में कोई देश को दहलाने की साजिश रच रहा था। उसके कनेक्शन अंडरवर्ल्ड से थे। वह पाकिस्तान से ट्रेनिंग लेकर आ चुका है। वाकई यह डराने वाला है!
आतंकियों से संबंध होने की खबर सुन चौंके पड़ोसी
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने मंगलवार को पाकिस्तान समर्थित आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया था। इसके तहत पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई से ट्रेनिंग पाए दो आतंकियों समेत छह लोगों को गिरफ्तार किया गया था। इनकी पहचान जान मोहम्मद शेख (47) उर्फ ‘समीर’, ओसामा (22), मूलचंद (47), जीशान कमर (28), मोहम्मद अबु बकर (23) और मोहम्मद आमिर जावेद (31) के तौर पर हुई है। इन्हें दिल्ली और उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में छापेमारी के बाद गिरफ्तार किया गया।
गिरफ्तार लोगों में से शेख मुंबई का रहने वाला है। मुंबई पुलिस और एटीएस के अधिकारियों ने उसकी गिरफ्तारी के बाद मंगलवार को परिवार के सदस्यों से पूछताछ की थी। जान मोहम्मद शेख के करीब 20 साल पहले ‘डी कंपनी’ के साथ संबंध थे। शेख ‘डी कंपनी का गुर्गा’ था। उसे सीमा पार से निर्देश मिलते थे। शेख शादीशुदा है और उसकी दो बेटियां हैं। पुलिस ने बताया था कि इस आतंकी साजिश के पीछे पाकिस्तान में रह रहे दाउद इब्राहिम के भाई अनीस इब्राहिम का हाथ था।
पड़ोसियों ने बताया कि वे शेख के आतंकियों से संबंध होने की खबर सुनकर हैरान हैं। एक पड़ोसी ने कहा कि वे लोग शेख को एक पारिवारिक व्यक्ति के तौर पर देखते हैं क्योंकि उसका आसपास रहने वाले किसी से कभी कोई झगड़ा नहीं हुआ। एक महिला ने कहा कि वह पेशे से ड्राइवर है। उसकी पत्नी कुछ घरेलू काम करती है। शेख कई सालों से वहां रह रहा था। करीब एक दशक पहले उसके माता-पिता की मौत हो चुकी है।
दो हैं आपस में रिश्तेदार
जीशान 28 साल का है। उसने एमबीए कर रखा है। वह बतौर अकाउंटेंट दुबई में काम कर चुका है। कोरोना की महामारी के दौरान जीशान घर लौटा था। फिर यहीं खजूर का कारोबार करने लगा था। 31 साल का आमिर जावेद जीशान का रिश्तेदार है। उसे पुलिस ने लखनऊ से गिरफ्तार किया था। कुछ साल पहले ही उसकी शादी हुई थी। उसका रहन-सहन बिल्कुल सादा था। यही कारण है कि उसके घर वालों को भी यकीन नहीं हो रहा कि उसके अंडरवर्ल्ड से भी कनेक्शन हो सकते हैं। जावेद सऊदी अरब में कई साल रहा है।
एक और गिरफ्तार आतंकी अबु बकर भी शादीशुदा है। उसके एक बेटी भी है। वह यूपी के बहराइच जिले का रहने वाला है। वह सऊदी अरब के जेद्दा में काम करता था। कुछ साल पहले वह भारत लौटा था। उसने 2013 में मदरसे में शिक्षा ली थी। उसके पिता कई सालों से जेद्दा में रह रहे हैं। मूलचंद उर्फ लाला किसान है। देखने में भोला-भाला। कोई सोच भी नहीं सकता कि उसके दाऊद इब्राहिम की ‘डी कंपनी’ से रिश्ते थे। भगोड़े अंडरवर्ल्ड डॉन दाउद इब्राहिम के गिरोह के लिए ‘डी कंपनी’ शब्द का उपयोग किया जाता है। जहां तक ओसामा का सवाल है तो वह 22 साल का है। ओसामा को दिल्ली से गिरफ्तार किया गया था। परिवार ड्राई फ्रूट का काम करता है। ओसामा और जीशान पाकिस्तान में ट्रेनिंग लेकर आए हैं।
पहचान पाना मुश्किल
इस टेरर मॉड्यूल का भंडाफोड़ करने में खुफिया एजेंसियों की जितनी तारीफ की जाए कम है। लेकिन, यह खतरे की घंटी है। खासतौर से तब जब पाकिस्तान खुराफात करने के लिए आमादा है। वहीं, अफगानिस्तान में तालिबान आतंकियों की सरकार बन चुकी है। इस घटना ने यह भी दिखाया है कि जिन्हें मोहरा बनाया जा रहा है वो हमारे बीच के हैं। ऐसे में हर बार दुर्घटना टाल पाना वाकई एक बड़ी चुनौती होगी। हर एक देशवासी को बेहद चौंकन्ना रहने की जरूरत है।