प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को 13वें ब्रिक्स समिट (BRICS Summit) की अध्यक्षता की। डिजिटल माध्यम से हुई इस बैठक में समूह के पांच देशों के राष्ट्राध्यक्षों ने हिस्सा लिया। इनमें ब्राजील, रूस, चीन, भारत और दक्षिण अफ्रीका शामिल हैं। बैठक में अफगानिस्तान संकट, कोरोना की महामारी से लेकर आपसी सहयोग और समन्वय बढ़ाने तक कई मसलों पर बातचीत हुई। बैठक खत्म होने पर पीएम मोदी ने कुछ ऐसा कहा जिस पर सभी शीर्ष नेता मुस्कुराने लगे। प्रधानमंत्री बोले कि ऑनलाइन ही सही डिजिटल ग्रुप फोटो तो बनती ही है। इसके लिए उन्होंने अपना ईयरफोन निकालने के बाद सभी देशों के प्रमुखों से भी यही अनुरोध किया। सभी राष्ट्राध्यक्षों को इस बात ने गुदगुदाया और उन्होंने अपने-अपने ईयर फोन उतारकर एक ग्रुप फोटो दी।
मोदी ने कहा कि ब्रिक्स शिखर वार्ता की 15वीं वर्षगांठ पर इस प्रभावी समूह की अध्यक्षता करना भारत के लिए खुशी की बात है। भारत की अध्यक्षता के दौरान सभी सदस्य देशों की ओर से किए गए सहयोग के लिए उन्होंने आभार जताया। बैठक के एजेंडे पर सहमति बनाने का आग्रह भी किया।
उन्होंने कहा, ‘पिछले डेढ़ दशक में ब्रिक्स ने कई उपलब्धियां हासिल की हैं। आज हम विश्व की उभरती अर्थव्यवस्थाओं के लिए एक प्रभावी आवाज हैं। विकासशील देशों की प्राथमिकताओं पर ध्यान केंद्रित करने के लिए भी यह मंच उपयोगी रहा है।’
प्रधानमंत्री ने कहा कि अब यह सुनिश्चित करना है कि ब्रिक्स अगले 15 वर्षों में और परिणामदायी हो। उन्होंने कहा कि भारत ने अपनी अध्यक्षता के लिए जो विषयवस्तु (थीम) चुनी है, वह इसी प्राथमिकता को दर्शाती है। इस बार शिखर सम्मेलन की थीम ‘ब्रिक्स@15: इंट्रा-ब्रिक्स कोऑपरेशन फॉर कंटीन्यूटी, कॉन्सॉलिडेशन एंड कंसेन्सस’ है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि कोविड-19 के बावजूद ब्रिक्स की 150 से अधिक बैठकें और कार्यक्रम आयोजित किए गए। इसमें से 20 से अधिक मंत्री स्तर पर थे। भारत 2021 में ब्रिक्स की अध्यक्षता कर रहा है। इस बैठक में ब्राजील के राष्ट्रपति जाइर बोलसोनारो, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग और दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामाफोसा भी उपस्थित थे। प्रधानमंत्री मोदी ने दूसरी बार ब्रिक्स शिखर सम्मेलन की अध्यक्षता की। इसके पहले वर्ष 2016 में उन्होंने गोवा शिखर सम्मेलन की अध्यक्षता की थी।
पीएम बोले कि हाल ही में पहले ब्रिक्स डिजिटल हेल्थ सम्मेलन का आयोजन हुआ। तकनीक की मदद से स्वास्थ्य तक पहुंच बढ़ाने के लिए यह एक नया कदम है। नवंबर में हमारे जल संसाधन मंत्री ब्रिक्स फॉर्मेट में पहली बार मिलेंगे। इस बैठक का आयोजन ऐसे समय हुआ जब अफगानिस्तान में तालिबान की नई अंतरिम सरकार को लेकर चिंता है। इसमें कई ऐसे नाम शामिल हैं जो मोस्ट वॉन्टेड की सूची में हैं।