हाइलाइट्स
- देश में लगातार छह दिन से 40 हजार से ज्यादा नए कोरोना केस आ रहे हैं
- कुछ हफ्ते पहले ही दैनिक नए केस का आंकड़ा 26 हजार तक नीचे चला गया था
- हालांकि केरल में बढ़ते कोरोना केस ने फिर से चिंता बढ़ा दी है
केरल में दैनिक नए कोरोना केस में कमी नहीं आ रही है जिससे दिन-ब-दिन चिंता बढ़ती जा रही है। उधर, देशभर में पिछले हफ्ते कोरोना से हुई मौतों में भी 10.5% का इजाफा हो गया है। इस बीच कोरोना से लड़ने का सबसे बड़ा हथियार यानी टीकाकरण के मोर्चे पर भी हम लक्ष्य के अनुकूल आगे नहीं बढ़ पा रहे हैं। हालांकि, अगस्त का महीने औसत टीकाकरण के लिहाज से सबसे अच्छा रहा है।
टीकाकरण की रफ्तार बढ़ाने की दरकार
पहली बार शुक्रवार को देशभर में कोविड-19 रोधी वैक्सीन की 1 करोड़ डोज लगाई गई। हालांकि, यह सिलसिला कायम नहीं रह सका जबकि साल के अंत तक देश की पूरी व्यस्क आबादी के टीकाकरण का लक्ष्य तभी संभव हो पाएगा जब जल्द से जल्द 1 करोड़ डोज प्रति दिन की रफ्तार पकड़ लेंगे। टीकाकरण की दृष्टि से अगस्त महीना सबसे अच्छा गुजरा है जब कुल 57 लाख, 40 हजार डोज लगाई गई। अगर टीकाकरण का यही मासिक औसत रहा तो संपूर्ण व्यस्क आबादी को कोविड से सुरक्षित करने में सात महीने लग जाएंगे।
लगातार छठे दिन 40 हजार से ज्यादा नए केस
बहरहाल, चिंता की बात यह है कि 23 से 29 अगस्त के बीच देश में कोविड ने 3,439 मौतें हुईं जबकि उससे पिछले सप्ताह (16 से 22 अगस्त) 3,111 मौतें हुई थीं। देश में लगातार छठे दिन सोमवार को 40 हजार से ज्यादा नए कोरोना केस आए। सोमवार को देश में कोविड-19 के 45,083 नए मामले सामने आए, 380 लोगों की मृत्यु हुई जबकि कुल 3,76,324 मरीजों का इलाज चल रहा है।
टेंशन दे रहा है केरल
पिछले सप्ताह केरल में अकेले 19 लाख नए केस आए जो उसके पिछले हफ्ते (16 से 22 अगस्त) के 1.25 लाख के मुकाबले 55% ज्यादा है। यह 14 सप्ताह (16 से 22 मई) के बाद राज्य में नए केस का सर्वोच्च स्तर है। पिछले 13 सप्ताह में किसी भी राज्य में नए कोरोना केस का इतना ज्यादा साप्ताहिक आंकड़ा नहीं आया था।
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टीकाकरण में लक्ष्य से पीछे चल रहा है भारत। (सांकेतिक तस्वीर)