हाइलाइट्स
- केंद्रीय मंत्री नारायण राणे पर दंडात्मक कार्रवाई नहीं करेगी महाराष्ट्र सरकार
- उद्धव ठाकरे को थप्पड़ मारने संबंधी बयान पर अरेस्ट किए गए थे नारायण राणे
- बॉम्बे हाई कोर्ट में नारायण राणे ने सभी दर्ज मामलों को रद्द करने की मांग की
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे पर विवादित टिप्पणी मामले में अरेस्ट किए गए केंद्रीय मंत्री नारायण राणे को जमानत मिल चुकी है। इस बीच, महाराष्ट्र सरकार ने बुधवार को बॉम्बे हाई कोर्ट से कहा कि वह उद्धव ठाकरे के खिलाफ विवादास्पद टिप्पणी को लेकर नासिक में दर्ज एफआईआर में राणे के खिलाफ कोई दंडात्मक कार्रवाई नहीं करेगी। खंडपीठ राणे की ओर से दायर एक याचिका पर सुनवाई कर रही थी, जिसमें नासिक में दर्ज एफआईआर और भविष्य में दर्ज होने वाले अन्य सभी मामलों को रद्द करने की मांग की गई थी। राणे ने मंगलवार को हाई कोर्ट के समक्ष प्रस्तुत अपनी याचिका में गिरफ्तारी से अंतरिम सुरक्षा की भी मांग की।
मैं शिवसेना नेतृत्व से नहीं डरता: नारायण राणे
दूसरी ओर, केंद्रीय मंत्री राणे ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर उद्धव सरकार पर जोरदार हमला बोला है। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र सरकार की तमाम कोशिशों के बावजूद मुझे जमानत मिली, इससे सिद्ध होता है कि देश कानून से चलता है। मैं शिवसेना से नहीं डरता। यह सरकार बस कुछ दिनों की मेहमान है। कुछ लोगों ने मुझसे दोस्ती करके के मेरा फायदा उठाया, यह भी पता चला। ठाकरे सरकार के विरोध के बाद भी मेरी पार्टी और सभी नेता मेरे साथ मौजूद थे। मैं उन सभी का शुक्रगुजार हूं।
’27 अगस्त से फिर शुरू करेंगे जन आशीर्वाद यात्रा’
राणे ने कहा कि मैंने ऐसा क्या बोला था जिसपर इतना बवाल हुआ। मैं उस शब्द को दोबारा नहीं बोलूंगा, क्योंकि मामला अदालत में है। मोदी जी की योजनाओं और उनके जन कार्यों को जनता तक पहुंचाने के लिए हमने जन आशीर्वाद यात्रा निकाली थी। उनके कहने पर ही सभी मंत्रियों ने अपने अपने राज्य में जन आशीर्वाद यात्रा निकाली थी। परसों से दोबारा यह यात्रा शुरू करेंगे।
‘योगी और शाह पर दिए बयान गलत नहीं थे क्या’
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ को उद्धव ठाकरे ने चप्पल से मारने की बात कही, क्या यह गलत नहीं है। क्या इस पर कार्रवाई नहीं होनी चाहिए। उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को निर्लज्ज कहा। यह गलत नहीं है क्या। क्या यह सब शरद पवार साहब को गलत नहीं लगता है। लेकिन उन्होंने ऐसे व्यक्ति को मुख्यमंत्री बनाया है।
संजय राउत और अनिल परब पर भी किया वार
नारायण राणे ने शिवसेना सांसद संजय राउत और वरिष्ठ नेता अनिल परब पर भी पलटवार किया। राणे ने परब के खिलाफ केस दर्ज करवाने की बात कही। उन्होंने कहा कि संजय राउत संपादक के काबिल नहीं हैं। वह सिर्फ उद्धव ठाकरे को खुश करने के लिए लिखते हैं। मैं 17 सितंबर के बाद उनको जवाब दूंगा। शिवसेना आज अगर बढ़ी है तो उसमें मेरा सबसे ज्यादा योगदान है। उसमें आज के कोई लोग नहीं थे। अपशब्द बोलने वाले भी नहीं थे। बॉम्बे हाई कोर्ट में राणे की याचिका पर अगली सुनवाई अब 17 सितंबर को होगी।
‘सुशांत-दिशा मामले में जाएंगे कोर्ट, दिलाएंगे न्याय’
राणे ने कहा कि पूरे महाराष्ट्र में कानून व्यवस्था सही नहीं है। महिलाओं का रेप हो रहा है। दिशा सालियान, पूजा चव्हाण, सुशांत सिंह राजपूत मामले में सरकार की भूमिका हम सबने देखी है। हम दिशा सालियान के मामले को अदालत लेकर जाएंगे और आखिर तक न्याय के लिए लड़ेंगे। महाराष्ट्र सरकार के जो मंत्री इसमें शामिल हैं, उन्हें सजा दिलाएंगे।
शिवसेना पर राणे का हमला