हाइलाइट्स
- नितिन गडकरी के पत्र से भड़की शिवसेना
- गडकरी ने उद्धव ठाकरे को लिखा था पत्र
- पत्र में शिवसेना के नेताओं को काबू में करने की कही थी बात
- वाशिम में नैशनल हाईवे के काम में अड़ंगा डाल रहे थे शिवसैनिक
केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितीन गडकरी के पत्र से शिवसेना तिलमिला गई है। इस पर शिवसेना नेता और राज्य के उच्च व तकनीकी शिक्षामंत्री उदय सामंत ने कहा कि शिवसेना भी गडकरी को पत्र लिखकर कुछ सवालों के जवाब मांगेगी। शिवसेना नेता और वसंतराव नाईक शेतकरी स्वावलंबन मिशन के अध्यक्ष किशोर तिवारी ने आगे बढ़ते हुए दावा किया कि उनके पास तो बीजेपी वसूलीबाज नेताओ की लंबी लिस्ट पड़ी है।
गडकरी ने उद्धव ठाकरे को लिखा था पत्र
पिछले दिनों केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को पत्र लिख कर महामार्गों के निर्माण में शिवसेना नेताओं द्वारा अड़ंगा डालने का आरोप लगाया था। उन्होंने यहां तक लिखा था कि ऐसे ही शिवसैनिक काम में रुकावट डालते रहे तो महाराष्ट्र के लिए किसी प्रस्ताव को मंजूर करने से पहले विचार करना पड़ेगा। गडकरी का पत्र सामने आने के बाद मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने जांच का आदेश दे दिया है।
सोमवार को ठाकरे सरकार के उच्च व तकनीकी शिक्षामंत्री उदय सामंत सामने आए। उन्होंने कहा कि केंद्रीय मंत्री गडकरी के पत्र को लेकर मुख्यमंत्री फैसला लेंगे, लेकिन रत्नागिरी और सिंधुदुर्ग के जनप्रतिनिधि भी गडकरी को पत्र लिखने का फैसला लिया है। सामंत ने कहा कि मुंबई-गोवा महामार्ग पर 90 मीटर का पैच बाकी है। ऐसा क्यों है, इसकी भी जांच होनी चाहिए।
इसके अलावा सिंधुदुर्ग एयरपोर्ट का निर्माण कार्य पूरा होने के बावजूद उसे शुरू क्यों नहीं किया जा रहा है। इसकी भी जांच होनी चाहिए। इस बात का पता लगना चाहिए कि इसमें किसी को हस्तक्षेप-दबाव तो नहीं है। इस पर गडकरी को विचार करना चाहिए।
बीजेपी वसूलीबाजों की लंबी लिस्ट है: किशोर तिवारी
शिवसेना नेता व वसंतराव नाईक शेतकरी स्वालंबन मिशन के अध्यक्ष किशोर तिवारी ने आगे बढ़ते हुए दावा किया कि उनके पास तो बीजेपी वसूलीबाज नेताओं की लंबी लिस्ट पड़ी है। उन्होंने यहां तक आरोप लगाया कि बीजेपी नेता तो वसूली करते ही है, साथ ही अपने रिश्तेदारों को भी निर्माण कार्यों में कमिशन दिलाते है।
गडकरी के पत्र पर तिवारी ने कहा है कि मुख्यमंत्री ठाकरे को लिखे पत्र की खूब चर्चा हो रही है, लेकिन इससे पहले गडकरी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर बताया था कि कैसे बीजेपी के सांसद और विधायक राष्ट्रीय महामार्ग के काम में कमिशन वसूली के लिए अड़ंगा लगा रहे हैं।