नई दिल्ली
कोविशील्ड और कोवैक्सिन इन दो टीकों को मिलाए जाने को लेकर की जाने वाली स्टडी को ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) ने अपनी मंजूरी प्रदान कर दी है। अब इसका क्लीनिकल ट्रायल वेल्लोर के मेडिकल कॉलेज में किया जाएगा। पिछले दिनों ही वैक्सीन को मिक्स करने को लेकर एक स्टडी की गई थी जिसके नतीजे काफी साकारात्मक दिखाई दिए थे।
कोविशील्ड और कोवैक्सीन की डोज मिलाकर लेने से कोरोना संक्रमण के खिलाफ बेहतर सुरक्षा मिल सकती है। आईसीएमआर की तरफ से वैक्सीन की मिक्सिंग और मैंचिग को लेकर यह स्टडी की गई थी। इस स्टडी के नतीजे काफी सकारात्मक दिखाई दे रहे हैं। ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया के एक एक्सपर्ट पैनल ने जुलाई में कोवैक्सिन और कोविशील्ड टीकों की मिक्स डोज पर एक स्टडी की सिफारिश की थी।
कोविशील्ड और कोवैक्सिन इन दो टीकों को मिलाए जाने को लेकर की जाने वाली स्टडी को ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) ने अपनी मंजूरी प्रदान कर दी है। अब इसका क्लीनिकल ट्रायल वेल्लोर के मेडिकल कॉलेज में किया जाएगा। पिछले दिनों ही वैक्सीन को मिक्स करने को लेकर एक स्टडी की गई थी जिसके नतीजे काफी साकारात्मक दिखाई दिए थे।
कोविशील्ड और कोवैक्सीन की डोज मिलाकर लेने से कोरोना संक्रमण के खिलाफ बेहतर सुरक्षा मिल सकती है। आईसीएमआर की तरफ से वैक्सीन की मिक्सिंग और मैंचिग को लेकर यह स्टडी की गई थी। इस स्टडी के नतीजे काफी सकारात्मक दिखाई दे रहे हैं। ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया के एक एक्सपर्ट पैनल ने जुलाई में कोवैक्सिन और कोविशील्ड टीकों की मिक्स डोज पर एक स्टडी की सिफारिश की थी।
वैक्सीनेशन कोर्स को पूरा करने के लिए एक व्यक्ति को कोविशील्ड और कोवैक्सिन के अलग-अलग शॉट्स दिए जा सकते हैं। सब्जेक्ट एक्सपर्ट कमेटी ने विस्तृत विचार-विमर्श के बाद सीएमसी, वेल्लोर को चौथे स्टेज के क्लिनिकल ट्रायल की अनुमति देने की सिफारिश की थी।