बेनेट यूनिवर्सिटी का तीसरा दीक्षांत समारोह रविवार को सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने बतौर मुख्य अतिथि कार्यक्रम में शिरकत की। उन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में बेनेट यूनिवर्सिटी के समर्पण पर खुशी जाहिर की। साथ ही यह भी कहा कि बेहद कम समय में विश्वविद्यालय क्वॉलिटी एजुकेशन के सेंटर के तौर पर आगे बढ़ा है। यूनिवर्सिटी ने रिसर्च और इनोवेशन के कल्चर को धार दी है।
कार्यक्रम में शिक्षा मंत्री बोले कि शिक्षा के क्षेत्र में बेनेट यूनिवर्सिटी के समर्पण को देखकर खुशी होती है। यह खुद को क्वॉलिटी एजुकेशन के सेंटर के तौर पर स्थापित करने की ओर है। आज नॉलेज इकॉनमी के दौर में लीडर बनने के लिए यूनिवर्सिटी और अन्य उच्च शिक्षण संस्थान विश्वस्तरीय रिसर्च और इनोवेशन का अग्रदूत बन रही हैं। मुझे खुशी है कि बेनेट यूनिवर्सिटी ने रिसर्च और इनोवेशन के कल्चर को धार दी है। 98 रजिस्टर्ड पीएचडी स्टूडेंट्स में से 55 को यूनिवर्सिटी फंड दे रही है।
शिक्षा मंत्री ने कहा कि सुयोग्य फैकल्टी, जाने-माने राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय जर्नल्स में पब्लिकेशन के मजबूत रेकॉर्ड के साथ बेनेट यूनिवर्सिटी के फैकल्टी और स्टूडेंट्स ने 18 पेटेंट फाइल किए हैं। यूनिवर्सिटी की प्रतिबद्धता को देखते हुए यह आंकड़ा निश्चित तौर पर और आगे बढ़ेगा।यूनिवर्सिटी के 412 स्टूडेंट ग्रेजुएट हुए हैं। उन्होंने सभी छात्रों को बधाई देते हुए कहा कि यह उनकी कड़ी मेहनत का नतीजा है। यह उनका दिन है।
शिक्षा मंत्री बोले कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 जारी होने की पहली सालगिरह पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘अकैडमिक बैंक ऑफ क्रेडिट’, मल्टिपल एंट्री-एग्जिट सिस्टम, नेशनल एजुकेशन टेक्नॉलजी फोरम समेत NEP 2020 की कई अहम पहलों को लॉन्च किया। हमें खुशी है कि बेनेट यूनिवर्सिटी ने कई लाइव वेबिनार और सेमिनार करके NEP 2020 के बारे में यूनिवर्सिटी फ्रेटर्निटी को सेंसिटाइज किया।