बेनेट यूनिवर्सिटी के तीसरे दीक्षांत समारोह में केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने उसके प्रयासों की सराहना की। उन्होंने एजुकेशन सेक्टर में यूनिवर्सिटी के समर्पण और क्वालिटी एजुकेशन के केंद्र के तौर पर खुद को स्थापित करने की कोशिशों पर खुशी जताई। बेनेट यूनिवर्सिटी के तीसरे दीक्षांत समारोह में धर्मेंद्र प्रधान बतौर चीफ गेस्ट शामिल हुए।
केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने बेनेट यूनिवर्सिटी के तीसरे दीक्षांत समारोह का हिस्सा बनने पर खुशी जाहिर की। साथ ही ग्रेजुएट होने वाले स्टूडेंट्स को बधाई दी। उनका हौसला बढ़ाया। कहा कि यह उनका दिन है। यह उनकी मेहनत और सच्चाई का फल है।
प्रधान ने कहा कि शिक्षा क्षेत्र में बेनेट यूनिवर्सिटी के समर्पण को देखकर खुशी होती है। यह खुद को क्वॉलिटी एजुकेशन के सेंटर के तौर पर स्थापित करने की ओर है। आज नॉलेज इकॉनमी के दौर में लीडर बनने के लिए यूनिवर्सिटी और अन्य उच्च शिक्षण संस्थान विश्वस्तरीय रिसर्च और इनोवेशन का अग्रदूत बन रहे हैं। मुझे खुशी है कि बेनेट यूनिवर्सिटी ने रिसर्च और इनोवेशन के कल्चर को धार दी है। 98 रजिस्टर्ड पीएचडी स्टूडेंट्स में से 55 को यूनिवर्सिटी फंड दे रही है।
उन्होंने कहा कि हम नेशनल एजुकेशन पॉलिसी 2020 लेकर आए हैं। मुझे खुशी है कि बेनेट यूनिवर्सिटी ने कई वेबिनार और सेमिनार के जरिये अपने फैकल्टी को नई शिक्षा नीति से अवगत कराया और उसे अपने करिकुलम में शामिल किया है।
प्रधान बोले कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 जारी होने की पहली सालगिरह पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘अकैडमिक बैंक ऑफ क्रेडिट’, मल्टिपल एंट्री-एग्जिट सिस्टम, नेशनल एजुकेशन टेक्नॉलजी फोरम समेत NEP 2020 की कई अहम पहलों को लॉन्च किया। हमें खुशी है कि बेनेट यूनिवर्सिटी ने कई लाइव वेबिनार और सेमिनार करके NEP 2020 के बारे में यूनिवर्सिटी फ्रेटर्निटी को सेंसिटाइज किया।
शिक्षा मंत्री ने कहा कि सुयोग्य फैकल्टी, जाने-माने राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय जर्नल्स में पब्लिकेशन के मजबूत रेकॉर्ड के साथ बेनेट यूनिवर्सिटी के फैकल्टी और स्टूडेंट्स ने 18 पेटेंट फाइल किए हैं। यूनिवर्सिटी के 412 स्टूडेंट ग्रेजुएट हुए हैं। उन्होंने सभी छात्रों को बधाई देते हुए कहा कि यह उनकी कड़ी मेहनत का नतीजा है। यह उनका दिन है।
बेनेट यूनिवर्सिटी के तीसरे दीक्षांत समारोह में धर्मेंद्र प्रधान के साथ देश की कई नामचीन हस्तियां शामिल हुईं। बायोकॉन की एग्जीक्यूटिव चेयरपर्सन डॉ किरण मजूमदार शॉ और नेस्ले इंडिया के चेयरमैन व एमडी सुरेश नारायणन कार्यक्रम में ‘गेस्ट ऑफ ऑनर’ के तौर पर मौजूद रहे। वहीं, NASSCOM की प्रेसीडेंट देबजनी घोष ने ‘स्पेशल गेस्ट’ के रूप में मौजूदगी दर्ज कराई। यूनिवर्सिटी के चांसलर विनीत जैन ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की। वही, वाइस चांसलर डॉ प्रभु अग्रवाल ने यूनिवर्सिटी की एनुअल रिपोर्ट प्रजेंट की।