भारत को एक अगस्त से एक महीने के लिए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) की कमान मिल गई है। इसकी अध्यक्षता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे। वह ऐसा करने वाले भारत के पहले प्रधानमंत्री होंगे। संयुक्त राष्ट्र में भारत के पूर्व राजदूत सैयद अकबरुद्दीन ने रविवार को यह जानकारी दी।
अकबरुद्दीन ने कहा कि 75 साल में यह पहला मौका है जब भारतीय राजनीतिक नेतृत्व ने संयुक्त राष्ट्र की 15 सदस्यीय संस्था की अध्यक्षता करने का फैसला किया है। यह दर्शाता है कि देश का नेतृत्व सामने से मोर्चा संभालना चाहता है।
संयुक्त राष्ट्र में भारत के पूर्व स्थायी प्रतिनिधि अकबरुद्दीन ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहले प्रधानमंत्री हैं जिन्होंने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक की अध्यक्षता करने का फैसला किया है। यह हमारे शीर्ष नेतृत्व की मुखरता को दिखाता है। इससे यह भी पता चलता है कि हमारे राजनीतिक नेतृत्व ने विदेशी नीति में कितना ज्यादा मेहनत की है। अकबरुद्दीन कौटिल्य स्कूल ऑफ पब्लिक पॉलिसी में अभी डीन भी हैं।
अगस्त में भारत को मिली अध्यक्षता 2021-22 के कार्यकाल के दौरान सुरक्षा परिषद के अस्थायी सदस्य के तौर पर यह जिम्मेदारी निभाने का उसका पहला मौका होगा। सुरक्षा परिषद के अस्थायी सदस्य के तौर पर भारत का दो साल का कार्यकाल एक जनवरी 2021 को शुरू हुआ है।
भारत इसके बाद सुरक्षा परिषद में अपने दो वर्ष के कार्यकाल के आखिरी महीने अगले साल दिसंबर में फिर से सुरक्षा परिषद की अध्यक्षता करेगा। इसकी अध्यक्षता के दौरान भारत तीन प्रमुख क्षेत्रों में उच्च स्तरीय कार्यक्रमों का आयोजन करेगा। इनमें नौवहन सुरक्षा, शांतिरक्षा और आतंकवाद पर रोक शामिल हैं।
वहीं, भारत के हाथों में UNSC की कमान आने से पाकिस्तान घबराया हुआ है। शनिवार को उसने कहा था कि पाकिस्तान को उम्मीद है कि भारत अंतरराष्ट्रीय नियमों और कायदों का पालन करेगा।
पाकिस्तान के विदेश कार्यालय (एफओ) के प्रवक्ता ने अगस्त महीने के लिए भारत की ओर से संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की अध्यक्षता संभाले जाने से जुड़े एक सवाल के जवाब में यह बयान दिया था।
प्रधानमंत्री मोदी के अलावा इस दौरान विदेश मंत्री एस जयशंकर और विदेश सचिव हर्ष श्रिंगला भी अंतरराष्ट्रीय महत्व से जुड़े विषयों पर बैठक की अध्यक्षता करेंगे।